रातों-रात मिल जाएगी JOB में तरक्की, ऑफिस में करें ये बदलाव

Friday, Oct 11, 2019 - 03:37 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
वास्तु शास्त्र में दिशा का बहुत ही महत्व होता है। अगर व्यक्ति अपने घर परिवार में सुख-शांति बनाए रखना चाहता है तो घर बनवाने व उसमें किसी तरह का सामान रखने से पहले वास्तु में बताए गए हर नियम के अनुसार ही सही दिशा का चुनाव करें। आज के समय में ज्यादातर लोग काम-काज में ही बिजी होते हैं। इसी तरह वो अपना अधिकतर समय ऑफिस में व्यतीत करते हैं। ऐसे में कामकाज वाली जगह में नकरात्मक ऊर्जा हो तो वहां काम कर पाना संभव नहीं होता है। आज हम आपको वास्तु के हिसाब से बताएंगे कि दफ्तर की स्थिति और उसमें बैठने की दिशा कैसी होनी चाहिए। 

वास्तु के हिसाब से ऑफिस का मुंह उत्तर या पूर्व में खुले में होना ही सही होता है। 

दक्षिण, उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम, पश्चिम तथा बीच के स्थान पर बने बेसमेंट के ऑफिस तो कतई शुभ नहीं होते। इसलिए इस दिशा में बनाने से बचना चाहिए। 

दफ्तर में बॉस जहां बैठे, उसकी पीठ के पीछे खिड़की नहीं होनी चाहिए। वरना उसके दफ्तर में अशुभता आती है। 

ऑफिस के प्रमुख के बैठने की जगह पर सिर के ऊपर जाल, पीठ के पीछे और कंधे के बगल में दरवाजा या खिड़की अथवा रोशनदान, ये सभी चीजें नुकसानदायक हैं।

वास्तु की दृष्टि से ऑफिस गली के ऊपर होना भी अशुभ है। अगर ऑफिस हो भी तो गली के ऊपर बैठना, बाहर की तरफ देखना वास्तु की दृष्टि से यह स्थि‍ति उन्नति में बाधक है।
 
ऑफिस में वास्तु की दृष्टि से जब आप बैठें तो मुंह हमेशा उत्तर की तरफ होना चाहिए या फिर पूर्व की ओर। उत्तर-पूर्व की स्थिति भी बेहतर है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार ऑफिस के प्रमुख या मालिक के बैठने की जगह पर पीठ के पीछे ठोस दीवार का होना आवश्यक है। खिड़की बिलकुल नहीं होना चाहिए। 

Lata

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