जमीन खरीदते समय रखें इन वास्तु नियमों का ध्यान

Monday, Sep 02, 2019 - 11:20 AM (IST)

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वास्तु का प्रभाव हमारे जीवन में कभी न कभी अवश्य पड़ता है। हमारे आस-पास की चीज़े और वातावरण भी इससे प्रभावित होता है। कहते हैं कि अगर वास्तु के हिसाब से हर एक चीज़ को बनाया जाए तो घर में वास्तु दोष कभी नहीं होता है। आज हम आपको घर से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स के बारे में बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप वास्तु दोष को दूर कर सकते हैं। 

वास्तु शास्त्र के अनुसार भूमि के पास मार्गो पर वास्तु दोष का अपने आप में एक अलग महत्व होता है। इसके साथ ही ये हमारे जीवन में अलग प्रभाव डालते हैं। ऐसे में ये जानना बहुत आवश्यक होता है कि घर का प्रवेश द्वार किस दिशा में होना चाहिए। इसके लिए वास्तु के नियमों को जानना बहुत जरूरी होता है।  

अगर किसी भूमि के चारों और मार्ग हो यानि किसी मकान या ज़मीन की उत्तर, दक्षिण, पूर्व व पश्चिम चारों दिशाओं में रास्ता हो तो ऐसी भूमि सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। ऐसी भूमि में आप कहीं भी प्रवेश द्वार बना सकते हैं, इसमें किसी तरह की कोई हानि नहीं होगी। 

वास्तु शास्त्र के मुताबिक जिस भूमि के तीन ओर मार्ग हो यानि जिस ज़मीन के उत्तर, पूर्व व पश्चिम दिशा में मार्ग हो व दक्षिण दिशा में कोई मार्ग न हो, उस भूमि में उत्तर दिशा में प्रवेश द्वार बनाना चाहिए। उत्तर दिशा में प्रवेश द्वार शुभ माना जाता है।

इसके विपरीत पश्चिम दिशा की ओर भूमि का ढलान धननाशक व दक्षिण दिशा की ओर ढलान नुकसानदायक होता है।

अगर भूमि का ढलान पूर्व दिशा की ओर हो तो ऐसा भूखंड विकास व वृद्धि करने वाला होता है और जिसका ढलान उत्तर की ओर हो तो वो ज़मीन मनुष्य को धन-धान्य देती है।

Lata

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