घर की खिड़कियों के लिए हैं ये Vastu Tips

Thursday, Jan 16, 2020 - 12:30 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
घरों में स्थित खिड़कियों को हम सिर्फ रोशनी और हवा आने का माध्यम मानते हैं,लेकिन इसके साथ-साथ खिड़कियां जीवन में सुख-समृद्धि भी लाती है। वहीं वास्तु विज्ञान के हिसाब से खिड़कियों की संख्या सहीं हो तो घर में बरकत होती है। इसके साथ ही एक बात ध्यान में रखनी होती है कि इनकी संख्या सम होनी चाहिए- जैसे 2 ,4 ,6 ,8 ,10 इत्यादि। आज हम आपको वास्तु के हिसाब से बताएंगे कि खिड़की की सही दिशा व संख्या क्यो होनी चाहिए। 

वास्तु में खिड़कियों के लिए दिशा भी निर्धारित की गई है। इसके अनुसार घर की पूर्व, पश्चिम एवं उत्तर दिशा में खिड़कियों का होना लाभकारी माना गया है। 

दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी गई है अतः इस दिशा में खिड़कियां बनवाने से बचना चाहिए। अगर इस दिशा में खिड़कियां बनाना जरूरी हों तो इन्हें कम से कम खोलें।
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घर की खिड़कियों को शुभ प्रभाव के लिए हमेशा साफ़ और स्वच्छ रखें और कोशिश करें कि घर के मुख्यद्वार के दोनों तरफ समान आकार की खिड़कियां हों, ऐसा करने से चुंबकीय चक्र पूरा होता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह लगातार बना रहता है।

हवा और रौशनी के लिए खिड़की का आकार जितना बड़ा हो उतना अच्छा माना गया है। इन्हें खोलते या बंद करते समय किसी भी तरह की आवाज़ नहीं होनी चाहिए, वरना ये नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती हैं।

पूर्व दिशा सूर्यदेव की दिशा है अतः इस दिशा में खिड़कियां अधिक होनी चाहिए। इस दिशा में बनी हुई खिड़कियों से न केवल सूरज की पहली किरण प्रवेश करती है बल्कि इस रोशनी के साथ घर में सौभाग्य भी प्रवेश करता है। इससे परिवार के सदस्यों को यश और तरक्की मिलती है। 

उत्तर दिशा का संबंध धन के देवता कुबेर से है इस दिशा में खिड़कियां रखने से कुबेर देवता की कृपा बनी रहती है।
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शुभ एवं सकारात्मक परिणामों के लिए खिड़की के बाहर की तरफ छोटे-छोटे पौधे गमलों में लगाकर रखें।

Lata

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