किराएदारों को सता रहा है वास्तु दोष, घर के मालिक को बिना बताएं करें ये काम

Wednesday, Jun 17, 2020 - 04:00 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हर कोई चाहता है कि उसके सिर के ऊपर जो छत हो वो उसकी हो। कहने का भाव है कि अपने घर का सपना हर कोई सजाता है। मगर कुछ कारणों के चलते कई लोगों का ये सपना अधूरा ही रह जाता है। कहा जाता है दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं जो किराए के मकान में रहते हैं। हर कोई अपनी क्षमता के अनुसार किराए का घर खरीदता है। किसी का घर बहुत बड़ा होता है किसी का बहुत छोटा। तो वहीं आज कल ऐसे भी बहुत से लोग होते हैं जो कामकाज के चलते अपने घरों से दूर रहते हैं और किराए के घर में रहते हैं। अब घर किराए का हो या अपना घर तो घर होता है। इसलिए वास्तु शास्त्र का मानना है कि इसे वास्तु के हिसाब से ही सजाना चाहिए। मगर अक्सर देखने-सुनने में मिलता है कि लोग अपने किराए के घर सजाने-संवारने में ज्यादा विश्वास नहीं करते। वास्तु की मानें तो ऐसा सोचना ठीक नही होता। इससे हमारे जीवन पर बहुत नैगेटिव प्रभाव पड़ता है। तो अगर आप भी किराए के घर में रहते हैं तो बता दें आपको आगे हम इसी से जुड़ी खास बातें बताने वाले हैं कि कैसे किराए के घर में भी आपकी इच्छा के अनुसार सुख-समृद्धि आ सकती है। 

आज कल लोग ये बिना सोचे कि वो जो घर किराए पर लेने जा रहे हैं क्या वो उनके लिए अच्छा साबित होगा या नहीं, खरीद लेते हैं। वास्तु के दृष्टिकोण से ऐसा सोचना बिल्कुल सही नहीं माना जाता। जी हां, वास्तु शास्त्र के अनुसार घर चाहे किराए का हो या अपना उसका वहां रहने वालों पूरा-पूरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए आगे बताई गई बातों का खास ध्यान ज़रूर रखें। 

किराए का घर लेने से पहले इस बात का ध्यान रखना कि घर का उत्‍तर-पूर्व कोना कभी खाली न हो। क्योंकि वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के इस भाग को ईशाण कोण भी कहा जाता है। साथ ही ये भी बताया जाता है कि घर के इसी हिस्से में समस्त देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए कभी भी इस जगह को कभी खाली न छोड़ें। संभव हो ती इसी स्थान पर अपना पूजा घर बना लें। माना जाता है इससे धन की देवी लक्ष्मी तथा कुबरे देव की कृपा प्राप्त होती है।

घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में किसी भी तरह का भारी समान पड़ा हो तो इसे तुरंत वहां से हटा देना चाहिए अन्यथा जीवन में अचानक से परेशानियां आने लगती हैं।

इस बात का खास ध्यान रखें कि आपका बिस्तर ऐसी जगह हो जहां सोते समय आपका सिर दक्षिण दिशा में होना चाहिए और पैर उत्‍तर दिशा में। वास्तु के अनुसार जो व्यक्ति दक्षिण दिशा में पैर करके सोता है उसे मानसिक तनाव जैसी समस्याओं के गुज़रना पड़ता है।

हर घर में दर्पण तो होता ही है, मगर बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होती है कि इसका प्रयोग बहुत सूझ-बूझ से करना चाहिए। इसका कारण ये है कि दर्पण प्राण ऊर्जा को सक्रिय करता है।

Jyoti

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