घर की दीवार पर लगा दर्पण बदल सकता है आपकी किस्मत

Monday, Feb 24, 2020 - 02:09 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज के समय में हर कोई चाहता है कि वह सबसे खूबसूरत दिखे और इसके लिए हर इंसान दर्पण का सहारा लेता है। ऑफिस जाना हो या फिर कहीं बाहर पार्टी में दर्पण का सबसे ज्यादा महत्व होता है। दर्पण हमें खुद से रूबरू ही नहीं करवाता बल्कि हमारी किस्मत के दरवाजे भी खोलता है। जी हां, शीशा अगर सही दिशा में लगा हो तो वह हमारी किस्मत का बंद दरवाजा भी खोल देता है। वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि शीशे को सही स्थान पर रखने से घर में बरकत आती है और खुशहाली का माहौल बना रहता है। 

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की किसी भी दिशा में शीशा लगवाते समय एक बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि उसमें शुभ वस्तुओं का प्रतिबिंब होना चाहिए। 
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दर्पण को कभी अपने मन से किसी भी आकार में कटवा कर घर में न लगाना सही नहीं होता है। अगर इससे एनर्जी सही से रिफ्लैक्ट नहीं होगी तो अशुभ परिणाम प्राप्त होगा।
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दर्पण लगाते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि दर्पण एक दम ऊपर या बहुत नीचे न हो। ऐसा करने से घर के सदस्यों को सिरदर्द की परेशानी हो सकती है। वहीं बिस्तर के सामने दर्पण नहीं होना चाहिए, इससे पति-पत्नी के वैवाहिक संबंधों में तनाव पैदा होता है।

अगर घर में दर्पण उत्तर दिशा में लगा है तो यह आपकी आर्थिक समृद्धि को बढ़ाता है। वहीं उत्तर, ईशान कोण और पूर्व दिशा में दर्पण को लगाने से घर के सदस्‍यों की उन्‍नति के साथ ही समाज में भी प्रतिष्‍ठा प्राप्‍त होती है।

गोल आकृति का दर्पण भी घर में रखना शुभ नहीं माना जाता। वहीं आयताकार या वर्गाकार दर्पण ही घर में रखना अच्छा माना जाता है। साथ ही टूटा हुआ या फिर धुंधला दर्पण कभी भी घर में नहीं रखना चाहिए, उसे तुरंत घर से बाहर कर दें, ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है।

रात को सोते समय दर्पण में पलंग की परछाईं नहीं दिखनी चाहिए। ऐसा होना गृह स्‍वामी की सेहत और उनके वैवाहिक जीवन के लिए कष्‍टदायी हो सकता है। 

वास्तु शास्त्र के अनुसार दर्पण अगर गलत दिशा में लगा हुआ है और उसको हटा पाना संभव न हो तो उसके चारों कोनों पर एवं मध्‍य में एक ऊर्जायुक्‍त पिरामिड लगाकर नकारात्‍मक ऊर्जा को वहीं रोकने का प्रयास किया जा सकता है।

Lata

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