घर पर यहां है किचन तो लग सकती है आग

Thursday, Jan 10, 2019 - 08:07 AM (IST)

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घर का अहम हिस्सा होती है रसोई, जहां महिलाओं का अधिकतर समय व्यतित होता है। इस जगह की रानी होती है, गृहलक्ष्मी। घर में कौन से पकवान बनने से लेकर रसोई की साज-सज्जा तक सभी कुछ फिमेल डिसाइड करती हैं। इस मामले में पुरुषों का हस्तक्षेप नहीं होता। यदि महिलाएं वास्तु के अनुसार रसोई में सामान को सजाएं तो बहुत सारी समस्याओं और नकारात्मक प्रभाव से बचा जा सकता है। अच्छे स्वास्थ्य, रिश्ते और धन लाभ के लिए फॉलो करें ये रूल्स-


रसोई में सामान रखने के लिए रैक आदि यूं तो चारों ओर की दीवारों पर बनाए जा सकते हैं परन्तु इन्हें दक्षिण एवं पश्चिमी दीवारों पर बनाना ही उत्तम होता है। केवल पूर्वी तथा उत्तरी दीवारों पर ही रैक नहीं बनवाना चाहिए। इसी तरह उत्तर-पश्चिम की ओर बर्तन आदि रखने की अलमारी बनाई जा सकती है। स्लैब या गैस के ऊपर विशेषकर चूल्हे के ऊपर कोई रैक या अलमारी नहीं बनानी चाहिए।

रसोईघर में ही अगर फ्रिज रखना हो तो इसे आग्नेय कोण, दक्षिण, उत्तर, पश्चिम या वायव्य कोण में ही स्थापित करना चाहिए। ईशान तथा नैत्रत्य में इन्हें कभी भी नहीं रखना चाहिए अन्यथा ये बराबर खराब होते रहेंगे।


माइक्रोवेव अवन, मिक्सी, ग्राइंडर आदि को दक्षिण व आग्नेय कोण के बीच रखना चाहिए अन्यथा घर में आग लगने का खतरा बना रह सकता है।


सिल-बट्टा, मूसल, झाड़ू व इसी तरह की अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुओं को नैऋत्य कोण में रखना चाहिए किंतु भूल कर भी इन्हें ईशान कोण में नहीं रखना चाहिए। इसी तरह ओखली, चक्की आदि वस्तुओं को नैऋत्य कोण या दक्षिण दिशा में ही रखना चाहिए।


उत्तर-पश्चिम की ओर या नैऋत्य कोण में रसोई का छोटा-सा स्टोर रूम या भंडार गृह बनाया जा सकता है। अन्न आदि के भारी डिब्बे उत्तर-पश्चिम अर्थात वायव्य कोण में रखने से घर में कभी अभाव नहीं रहता।


रसोईघर की इस दिशा में खाली डिब्बे कभी नहीं रखने चाहिएं। उनमें कुछ न कुछ दो-चार दाने अवश्य पड़े रहने चाहिए। इससे घर में अन्नादि की कमी नहीं होती।


दूध, दही, घी, तेल आदि तरल पदार्थों को हमेशा उत्तर-पूर्व में ही रखना चाहिए। अगर संभव हो तो किचन से सटा एक छोटा-सा रूम बनवाकर उसमें अतिरिक्त भंडारण कर लेना चाहिए। अनावश्यक चीज़ों को किचन में न रखा जाए वही अच्छा होता है।

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Niyati Bhandari

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