गणेश जी की कृपा पाने के लिए आज ही कर लें अपने घर में ये बदलाव

Monday, Jan 13, 2020 - 03:34 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू धर्म में प्रथम पूज्य भगवान गणेश जी की आराधना हर शुभ काम को शुरू करने से पहले की जाती है, ताकि हर कार्य विघ्न रहित पूरा हो सके। गणेश जी उन्नति, खुशहाली और मंगलकारी देवता हैं। कहते हैं जहां पर गणेश जी की नित पूजा अर्चना होती है वहां कभी किसी चीज़ की कमी नहीं आती है। बहुत से लोग अपने घरों में गणेश जी की मूर्ति और तस्वीर लगाकर रखते हैं। जहां ये धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है तो वहीं दूसरी ओर वास्तु विज्ञान भी यह मानता है कि जिस घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की प्रतिमा या तस्वीर होती हैं उस घर में रहने वाले लोगों के लिए दिन-रात उन्नति के अवसर आते रहते हैं। किंतु कई बार लोग सक्सेस पाने के चक्कर में कुछ ऐसे काम कर देते हैं, जोकि सहीं नहीं होता है। आइए जानते हैं वे कौन से काम होते हैं। 

वास्तु शास्त्री बताते हैं कि भरत में प्राचीनकाल से ही घर के मुख्यद्वार की चोखट के ऊपर सुख-शान्ति-समृद्धि के लिए गणेश जी की प्रतिमा लगाने की परंपरा रही है। कई स्थानों पर तो घर के मुख्यद्वार के ऊपर मध्य में श्री गणेश जी को विराजित कर उनके आस-पास सिन्दूर से उनकी दोनों पत्नियों के नाम “रिद्धि-सिद्धि” लिखने की भी परम्परा है, मान्यता है कि इससे घर में ज्ञान और धन की कभी कमी नहीं रहती। इसलिए भारत के लगभग सभी मन्दिरों के मुख्यद्वार पर और प्राचीन हवेलियों में भी गणेश जी की मूर्ति केवल बाहर की ओर लगी हुई दिखाई देती है।
Follow us on Twitter

पिछले कुछ दशकों से लोगों ने ऐसी बातें फैला रखी है कि गणेश जी की पीठ पर दरिद्रता का निवास होता है। अतः मुख्यद्वार पर गणेश जी की मूर्ति लगाते समय एक जैसी दो मूर्ति लाकर एक मूर्ति मुख्यद्वार के बारह की ओर और एक मूर्ति मुख्यद्वार के अन्दर की ओर लगाना चाहिए ताकि गणेश की पीठ घर की ओर न रहे। हो सकता है कि ये धारण गलत हो, क्योंकि भारत में सदियों से घर के मुख्यद्वार के ऊपर केवल बाहर की ओर ही गणेश जी की मूर्ति लगाने की परम्परा चली आ रही है।

वास्‍तु के अनुसार, यदि आपके घर का मुख्‍य द्वार दक्षिण या उत्तर की दिशा में हो तभी आपको मुख्‍य द्वार पर गणेशजी की प्रतिमा लगानी चाहिए। मुख्‍य द्वार पूर्व या पश्चिम दिशा में होने पर गणेशजी की मूर्ति नहीं लगानी चाहिए।
Follow us on Instagram


 

Lata

Advertising