पूजा में बजाने वाली घंटी देती है ये शुभ लाभ, क्या आप जानते हैं?

Wednesday, Apr 06, 2022 - 01:45 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू धर्म में होने वाली पूजा आदि को लेकर कई तरह के नियम व सामग्रियां बताई गई हैं। कहा जाता है पूजा चाहे किसी भी प्रकार की हो, उसे करने के लिए विभिन्न प्रकार की सामग्री का इस्तेमाल होता है परंतु यदि संपूर्ण सामग्री में से किन्हीं एक भी वस्तु छूट जाए तो पूजा कहीं न कहीं अधूरी कहलाती है। आज हम आपको एक ऐसी ही वस्तु के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका हिंदू धर्म में होने वाली पूजा में होना अति अनिवार्य माना जाता है। दरअसल हम बात कर रहे हैं पूजा में उपयोग होने वाली घंटी की। बहुत से लोग होंगे जिन्हें इसके बारे में पता तो होगा ही बल्कि अधिकतर लोग इसका पूजा आदि में इस्तेमाल भी करते होंगे पर इस बारे में किसी को जानकारी नहीं होगी कि पूजा के दौरान घंटी बजाने का अर्थ क्या होता है। तो चलिए जानते हैं वास्तु शास्त्र में घंटी बजाने से जुड़ी खास बातें, जिसमें इसके बजाने के कारण से लेकर इसे बजाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, के बारे में भी बताया गया है।



वास्तु शास्त्रियों का मानना है कि पूजा के समय घंटा या घंटी बजाना  बेहद शुभ माना जाता है। प्राचीन समय से मंदिर के बाहर लगीं घंटियां इस परंपरा का प्रमाण मानी जाती है। शास्त्रों के अनुसार बिना घंटी बजाए की गई आरती को अधूरा माना जाता है। असल में ऐसा माना जाता है कि घंटी बजाने से एक विशेष प्रकार की ध्वनि निकलती है, जिसके वातावरण में एक गूंज पैदा होती है. जिसके बारे में कहा जाता है कि इससे वातावरण के साथ-साथ वहां मौजूद हर प्राणी के मन में शांति, पवित्रता व सुखद भाव पैदा होते हैं।



कहा ये भी जाता है कि घंटी बजाने से देवताओं के समक्ष व्यक्ति की हाजिरी लगती है। तो वहीं ये भी माना जाता है कि देवी-देवताओं की प्रतियों में एक चेतना जागृत होती है, जिसके बाद उनकीू पूजा और आराधना अधिक फलदायक और प्रभावशाली हो जाती है।

यह भी कहा जाता है कि घंटी बजाने से सकारात्मक शक्तियों का प्रसार होता है व नकारात्मक ऊर्जा का निष्कासन होता है तथा ये मानव के मन को शांति प्रदान करती हैं।



वास्तु व ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार देवताओं को प्रसन्न करने के लिए भी घंटी बजाई जाती है। शास्त्रोंक्त मतानुसार देवी- देवताओं को घंटा, शंख और घड़ियाल आदि की आवाज अत्यंत प्रिय होती है, इससे देवता प्रसन्न होकर भक्तों पर अपना आशीर्वाद बरसाते हैं।

इसके अलावा पूजा के दौरान इस बात का ख्याल रखें जिस तरह देवी-देवताओं की प्रतिमाओं के अलावा घंटी की भी पूजा करनी चाहिए, इस दौरान घंटी की गंध, अक्षत और पुष्प से पूजा करनी चाहिए तथा इसे बजाते है ‘ॐ भूर्भुव: स्व: गरुड़ाय नम:’ मंत्र का जप करना चाहिए। 

Jyoti

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