घर का बाथरूम पैदा कर सकता है जीवन में मुसीबतें, ऐसे करें अपने बचाव

Friday, Jun 04, 2021 - 03:42 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
वास्तुशास्त्र में घर के हर कोने के बारे में वर्णन किया गया है। कहा जाता है अगर घर वास्तु के अनुसार हो तो वहां रहने वाले लोगों को अपने जीवन में बहुत कम समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज हम आपको बताने वाले हैं कि वास्तु के अनुसार घर का बाथरूम कैसा होना चाहिए। जी हां बहुत से लोग हैं जिन्हें यह नहीं पता होगा कि घर के बाकी हिस्सों की तरह बाथरूम भी वहां रहने वाले लोगों पर अपना प्रभाव डालता है। इसलिए बेहद जरूरी होता है कि व्यक्ति यह सुनिश्चित करें कि उसके बाथरूम में किसी तरह का वास्तु दोष तो नहीं है। तो चलिए जानते हैं वास्तु शास्त्र में बताए गए बाथरूम से जुड़े कुछ खास टिप्स-

आजकल अक्सर लोग जब नया घर बनवाते हैं तो बेडरूम के साथ अटैच बाथरूम बनवा लेते हैं परंतु वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करना अच्छा नहीं माना जाता है। कहा जाता है। इससे चंद्र ग्रहण दोष, पति-पत्नी में आपसी मनमुटाव, एक दूसरे के प्रति द्वेष की भावना और साथ ही साथ धन हानि होने के अधिक पसार होते हैं।

वास्तु के अनुसार स्नानघर में किसी भी तरह की कोई तस्वीर या चित्र नहीं होना चाहिए।

ध्यान रखें कि बाथरूम में वास्तु के अनुसार ही दर्पण लगाना चाहिए। अगर किसी विपरीत दिशा में दर्पण लगाया जाए तो इससे नकारात्मक प्रभाव का सामना करना पड़ता है।

वास्तु दोष को दूर करने के लिए स्नानघर में नीले रंग के बाल्टी आदि का इस्तेमाल करना अच्छा माना जाता है।

कहा जाता है कि वास्तु शास्त्र के प्रमुख ग्रंथ विश्वकर्मा प्रकाश के अनुसार "पूर्वम स्नान मंदिरम" अर्थात भवन के पूर्व दिशा में ही स्नान ग्रह होना चाहिए।

बाथरूम में पानी का बहाव हमेशा उत्तर पूर्व दिशा में होना चाहिए। तो वहीं इसकी दीवारों का रंग सफेद, क्रीम या स्काई ब्लू होना चाहिए।

अगर कभी बाथरूम में किसी प्रकार का वास्तविक पैदा हो जाए तो ऐसे में उपाय के तौर पर एक आकर्षक कटोरे में साबुत नमक की डलिया भरकर रख दें इससे वास्तु दोष समाप्त हो जाएगा।

 

Jyoti

Advertising