Vastu Tips: इन दिशाओं में Flat लेने पर हो सकती है बड़ी परेशानी, इन बातों का रखें ध्यान
punjabkesari.in Saturday, Aug 31, 2024 - 10:19 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Vastu Shastra: घर और फ्लैट में बहुत फर्क होता है। घर की कि छत अपनी होती है। अपार्टमेंट या फ्लैट एक के ऊपर एक बने होते हैं इसलिए छत के ऊपर आपकी कोई भी अथॉरिटी नहीं होती है। घर की चारदीवारी या तो वर्गाकार, स्क्वायर या रेक्टेंगल शेप में होती हैं लेकिन अपार्टमेंट्स की इरेगुलर शेप होती है। इस तरह से इनके बनावट में फर्क होता है यहीं इनके वास्तु के बेसिक पैरामीटर्स में परिवर्तन लेकर आते हैं। घर के अंदर जाने के लिए मुख्य द्वार होता है लेकिन अपार्टमेंट्स में सबसे पहले सोसाइटी की एंट्रेंस उसके बाद बिल्डिंग और फिर लिफ्ट के बाद कॉरिडोर और उसके बाद अपार्टमेंट की एंट्रेंस आती है। इसके साथ ही हर एंट्रेंस अलग दिशा में होती है। इन्हीं दिशाओं का जीवन के ऊपर प्रभाव देखने को मिलता है। जिसकी वजह से अपार्टमेंट का वास्तु थोड़ा सा खराब हो जाता है।
इतने सारे उपचार के साथ वास्तु का बैलेंस नहीं किया जा सकता है। अपने फ्लैट या अपार्टमेंट के वास्तु बैलेंस करने के लिए कुछ उपाय करने की आवश्यकता है। इन्हें करने से आपके फ्लैट या अपार्टमेंट का वास्तु अच्छे से बैलेंस हो जाएगा। सबसे पहले मुख्य द्वार के बाहर जो भी एंट्रेंस है। वहां पर अपनी धार्मिक आस्था के अनुसार, एक न एक पवित्र निशान जरूर लगाना है। अगर हो सके तो यह निशान गोल्डन स्टिकर में लगाएं। इस निशान को लगाने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके साथ ही अगर आपको लगता है कि आपका मुख्य द्वार गलत दिशा में है तो इसके इलाज के लिए मुख्य द्वार के दाएं या बाएं मिट्टी के छोटे से कलश में पवित्र को ढक कर रख दीजिए। यह उपाय भी आपके मुख्य द्वार के कष्टों को बहुत हद तक दूर करता है।
आपके अपार्टमेंट की चारदीवारी अगर इरेगुलर शेप में हैं या इसके कई सारे कोने हैं या फिर अपार्टमेंट के कई कोने कटे हुए हैं, तो इसे राहु का घर बोला जाता है। राहु के घर को सही करने के लिए सबसे पहले घर के ओनर को अपने बर्थ चार्ट को बैलेंस करना होगा। केवल यह दो राहु बैलेंस करने से अपार्टमेंट के राहु बैलेंस होने शुरू हो जाते हैं। यहां के साउथ-वेस्ट दिशा जिसको दक्षिण-पश्चिम कोना भी कहा जाता है। यहां पर पीतल का एक खाली लोटा रख दीजिए। इस उपाय को करने से सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं। यहां पर एक चीज का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। अगर आपके बर्थ चार्ट में राहु अच्छे हैं, तो हाथी या हाथी से संबंधित कोई भी शोपीस रख सकते हैं। इस हाथी को किसी भी शेप में रखने से आपको बचना चाहिए। जब तक आपके एस्ट्रोलॉजर आपकी इसकी सलाह न दें। हाथी का शोपीस कई बार वास्तु के लिहाज से गलत हो जाता है। दूसरा आपको अपने बेडरूम में भगवान की कोई भी फोटो को लगाने से बचना होगा क्योंकि यह बृहस्पति को प्रभावित करती है। आपके अपार्टमेंट की चारदीवारी राहु की चारदीवारी है ऐसे में यहां गुरु और राहु में 36 का आंकड़ा बन जाता है। बेडरूम में भगवान की तस्वीर लगाने के से, पूजा स्थल में सही रंगों का चयन न करने से गुरु कमजोर होते हैं।
घर के वास्तु में आपको वास्तु की एनर्जी के बैलेंस का ध्यान देना बहुत जरूरी है। अपार्टमेंट में एनर्जी को सही रखने के लिए घर के चार अलग-अलग कोने पर कांच की कटोरी में उसमें समुद्री नमक को भर कर रख दीजिए। फिर 15 दिनों बाद उसे फेंक कर दोबारा नया समुद्री नमक भर कर रख दीजिए। इस उपाय को करने से आपके फ्लैट या अपार्टमेंट का वास्तु दोष कभी परेशान नहीं करेगा। इसके अलावा नॉर्थ-ईस्ट में टॉयलेट या रसोई नहीं होनी चाहिए। दूसरा इंटीरियर डेकोरेशन के एलिमेंट को इस्तेमाल किया है, वो भी दिशा के अनुसार होना चाहिए। नॉर्थ से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक की दिशा को जल की दिशा कहा जाता है। साइथ या साउथ-ईस्ट के बीच में अगर त्रिकोण की शेप के कोई स्टफ होंगे, वो उस दिशा को बल देंगे। अगर आपके घर का साउथ-वेस्ट एरिया स्क्वायर शेप में हैं,तो इस दिशा में आप कोई भी शोपीस रखेंगे। यह आपकी उस दिशा को बल देंगे। घर के बीचो बीच वाला ब्रह्म स्थान है इसमें कोई भी पिलर या किसी भी तरह का हैवी फर्नीचर या डाइनिंग टेबल नहीं रखेंगे तो आपके घर के वास्तु को बल मिलेगा। इन चीजों का ध्यान रखने से घर में वास्तु की वजह से कोई भी दिक्कत नहीं आएगी।