दहलीज पर खड़े रहकर न करें ऐसा, वरना बहुत भयंकर होगा इसका अंजाम

Tuesday, Jun 01, 2021 - 04:24 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
वास्तु शास्त्र में घर के मुख्य द्वार को लेकर काफी टिप्स व उपाय बताए गए हैं। चूंकि हमारे घर में आने वाली हर नैगेटिव-पॉजिटिव एनर्जी यही से गुजरती है इसलिए हर कोई चाहता है कि उसके घर के मुख्य द्वार पर किसी तरह का वास्तु दोष पैदा न हो। इसके लिए लोग कई तरह के उपाय आदि करते हैं। परंतु बहुत से लोग ये नहीं जानते कि मुख्य द्वार के साथ घर की दहलीज़ से भी जुड़ी कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। 

असल में कहा जाता है कि घर की दहलीज पर कुछ कार्य करने वर्जित माने जाते हैं। जो व्यक्ति ये कार्य करता है, उसे अपने जीवन में धन से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार द्वार की चौखट के नीचे वाली लकड़ी को आम बोलचाल की भाषा में देहरी, देहली और डेली कहते हैं परंतु 

बता दें द्वार की चौखट के नीचे वाली लकड़ी को आम बोलचाल की भाषा में देहरी, देहली और डेली कहते हैं परंतु इसका सही शब्द दहलीज़ या डेहरी माना गया है। इसके अलावा इसे द्वारपिंडी, ड्योढ़ी, बरोठा के नाम से भी जाना जाता है। वास्तु शास्त्र में इसका बहुत महत्व है। 

वास्तु विशेषज्ञ बताते हैं कि घर की दहलीज़ किसी हाल में टूटी-फूटी या खंडित नहीं होनी चाहिए। तो वहीं बेतरतीब तरह से बनी दहलीज का होना भी वास्तु के अनुसार अच्छा नही माना जाता है।  इसके अलावा द्वार की देहली (डेली) मज़बूत व सुंदर होनी चाहिए। जिन जगहों पर दहलीज नही होती, वहां भी वास्तुदोष पैदा होते हैं। वास्तु में कहा गया है कोई भी व्यक्ति जब घर में प्रवेश करे तो दहलीज लांघकर ही आ पाए। सीधे घर में प्रवेश करने से उसके साथ कई नकारात्मक ऊर्जा व कई तरह के वास्तु दोष भी साथ में प्रवेश करते हैं

दहलीज पर न करें ये कार्य-
खास ध्यान रखें कि दहलीज पर कभी पैर रखकर खड़े नहीं होना चाहिए।
न ही इसके ऊपर कभी पैर पटकना चाहिए।
इसके अलावा दहलीज पर गंदे पैर या चप्पल को रगड़कर साफ नहीं करना चाहिए। 
कई बार देखा जाता है कुछ लोग किसी के घर अंदर प्रवेश करते समय वही दहलीज़ पर ही खड़े होकर बड़ों के चरण स्पर्श करते हैं, जिसे वास्तु में अच्छा नहीं माना गया। 
अक्सर लोग दहलीज पर खड़े होकर मेहमान का स्वागत या विदाई करते हैं, ध्यान रहे हमेशा दहलीज के अंदर से और विदाई दहलीज के बाहर खड़े रहकर करनी चाहिए। 
 

Jyoti

Advertising