इस चीज़ की खुशबू से महक सकती है आपकी Married Life

Friday, Jan 31, 2020 - 04:04 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अक्सर ऐसा महसूस किया जाता है कि इंसान को कई बार कोई न कोई महक अपनी ओर आकर्षित करती है। जिससे कि वह काफी लगाव महसूस करने लग जाता है। वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि खुशबूदार वस्तुएं वातावरण में नकारात्मकता को भी खत्म करने का काम करती हैं। वहीं वास्तु के मुताबिक केवल उन वस्तुओं का प्रयोग करना चाहिए, जो मन को अच्छी लगें। साथ ही ऐसी खुशबू जिससे एलर्जी हो या जो मन को न भाए उससे दूर रहना चाहिए। आज हम आपको वास्तु के हिसाब से बताएंगे कि कौन सी खुशबू किस तरह व्यक्ति पर असर करती है। 

वास्तुशास्त्र के अनुसार, सुगंधित वस्तुओं के सही इस्तेमाल से मन और शरीर से जुड़ी कई बीमारियां दूर होती हैं। रात्रि में सोने से पूर्व घी में भिगोया हुआ कपूर जलाना चाहिए। इससे तनावमुक्ति और गहरी नींद आती है। 

यदि आपके घर-परिवार में लड़ाई-झगड़े बने रहते हैं तो इसके लिए घर के पूजाघर में घी का दीपक जलाएं, इससे घर में शांति बनी रहती है। कपूर और अश्वगंधा की सुगंध घर में फैलानी चाहिए। 

प्राकृतिक फूलों में सुगंध भरपूर होती है और इनकी सुगंध से मन पर कोई दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ता है इसलिए घर में ज्यादा से ज्यादा इस तरह के फूलों को उपयोग में लिया जाना चाहिए। 
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वास्तुशास्त्र कहता है कि बेला-चमेली की सुगंध का प्रयोग केवल विवाहित दंपत्तियों को ही करना चाहिए। इसकी सुगंध काम भाव पैदा करती है। मन की शांति के लिए रात रानी का पौधा बेडरूम के बाहर लगाएं अथवा उसके फूल से कमरे को सजाएं। 

घर में जिस स्थान पर बैठकर अध्ययन करते हैं उस स्थान पर भी सुगंधित वस्तुओं को रखना चाहिए इससे नकारात्मकता दूर होती है। वैसे छात्रों को पढाई करते समय और स्टडी रूम में गुलाब की सुगंध का प्रयोग नहीं करना चाहिए। 

सुबह की पूजा के समय मोगरे व लेवेंडर की तीखी खुशबू वाली धूप-बत्तियों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि मोगरे की खुशबू काफी तेज होती है, जो दिलो दिमाग को अस्थिर करती है और मादकत लाती है। 

यदि घर का कोई सदस्य यदि किसी कारणवश तनाव या डिप्रेशन में हो तो वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में हर हफ्ते में कम से कम एक बार हवन सामग्री जलाने व घर के सभी हिस्सों में धूनी देने से राहत मिलती है।
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बारिश होने पर या जब भी मिट्टी गीली होती है तो उससे एक सोंधी-सोंधी खुशबू आती है, जो शायद ही किसी को पसंद न आती हो। वास्तुशास्त्र कहता है कि मिट्टी पर बारिश की बूंदों से आने वाली खुशबू हर तरह के तनाव को दूर करने में उपयोगी है। 


 

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