व्यापार में दिन भर दिन हो रहे घाटे से हैं परेशान तो ज़रूर डालें 1 नज़र

Thursday, May 05, 2022 - 03:44 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हर व्यक्ति अपने जीवन में तरक्की पाकर एक अच्छा मुकाम हासिल करने का इच्छुक होता है, जिसके लिए व्यक्ति अधिक मेहनत भी करता है। लेकिन इस लूची में ऐसे लोग अधिकतर रूप से शामिल होते हैं, जो अपने जीवन में कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन लाइफ में वो सब पाने में असफल होते हैं, जिसे पाने की इच्छा से वो अपने जीवन में अधिक मेहनत करते हैं। जिसके बाद व्यक्ति इस कश्मकश में खोया रहता है कि आखिर ऐसा क्यों होता है, अक्सर ऐसे में लोग इस दौरान अपने आप में कमियां तलाशने लगते हैं, मगर वास्तु शास्त्र की मानें तो कई बार असफलता, तरक्की न मिल पाना, धन संपदा में कमी आने के कारण वास्तु शास्त्र होता है। जी हां, वास्तु शास्त्र की मानें तो जिस व्यक्ति के जीवन में किसी प्रकार का वास्तु दोष पैदा हो जाए उसके जीवन में उपरोक्त बताई गई सारी कमियां आने लगती है। तो अगर आप के जीवन में भी ये तमाम कमियां हैं तो बता दें इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कुछ ऐसे ही वास्तु टिप्स जिसे अपनाने से वास्तु दोषों से राहत मिलती है तथा खासतौर व्यापार आदि में व्यक्ति को तरक्की मिलती है। तो आइए जानते हैं कौन से वो वास्तु टिप्स-

वास्तु शास्त्र के अनुसार व्यापारियों व दुकान आदि को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि कैश काउंटन का स्थान हमेशा वास्तु के अनुसार होना चाहिए। वास्तु विशेषज्ञ बताते हैं कि दुकान या किसी भी व्यापारी स्थान में कैश काउंटर हमेशा उत्तर दिशा में होना चाहिए, ऐसी मान्यता है कि इस स्थान में देवी लक्ष्मी का वास होता है। अतः इस दिशा में कैश काउंटर को रखने से धन में वृद्धि होती है तथा दरिद्रता दूर भागती है। 

अक्सर देखा जाता है कि लोग अपने कार्यस्थल आदि पर जहां एक तरफ़ अवाश्यक सामान रखते हैं, तो वहीं लोग कार्यस्थल पर ऐसा भी कई सामान ऐसा भी रखते हैं जिसकी जरूरत नहीं होती, वास्तु शास्त्री बताते हैं कि कार्यस्थल पर ऐसी सामान बिल्कुल नहीं रखना चाहिए, इससे व्यापार में धन हानि होने के आसारा बढ़ने लगते हैं। 

वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार व्यापार आदि में उन्नति पाने के लिए मालिक का सही दिशा में बैठना बेहद आवश्यक माना जाता है। वास्तु के अनुसार मालिक के बैठने के लिए दक्षिण-पश्चिमी कोना बेहद उत्तम माना जाता है। परंतु ध्यान रखें कि इस दौरान आपका मुंह उत्तर दिशा के ओर होना चाहिए, जिसकी दीवार अधिक ठोस हो, लेकिन इस दीवार में खिड़की या झरोखा नहीं होना चाहिए, ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने के बाद धन हानि धन लाभ में परिवर्तित हो जाती है। 

इन सब के अतिरिक्त कार्यस्थल पर पूजा घर ईशान कोण में ही बनाना चाहिए। वास्तु विशेषज्ञ बताते हैं कि जिस दिशा में पूजा घर का निर्माण करवाएं यानि ईशान कोण में वहां पर जूता चप्पल उतार कर नहीं रखने चाहिए.। ऐसा माना जाता है कि इससे घर की सारी बरकत धीरे-धीरे करके चली जाती है न ही व्यापार में वृद्धि होती है। बल्कि अगर ये स्थान स्वच्छ भी न हो तो देवी लक्ष्मी भी रूठकर घर से चली जाती हैं। 

Jyoti

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