घर की दहलीज का भी होता है व्यक्ति की उन्नति-अवन्नति में अहम योगदान, आप जानते हैं?

Saturday, Jun 18, 2022 - 11:35 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

ऐसा माना जाता है कि वर्तमान समय में लोग चाहे जितने भी मॉर्डन हो गए हैं, लेकिन कहीं न कहीं वह आज भी सनातन धर्म की अपनाते हैं, और इसमें बताई गई बातों को अपने जीवन में उतारते हैं। आज हम आपको सनातन धर्म में बताई गई एक ऐसी ही बात से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं जिसका सनातन धर्म के ग्रंथों के साथ-साथ वास्तु शास्त्र में भी किया गया है। दरअसल हम बात करने जा रहे हैं सनातन धर्म में बताई गई दहलीज से जुड़ी खास जानकारी के बारे में। तो आइए जानते हैं इससे संबंधित खास बातें।  



सबसे पहले आपको बता दें कि आखिर दहलीज होती क्या है क्योंकि बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें दहलीज का सही अर्थ नहीं पता। सनातन धर्म व वास्तु के अनुसार दरवाजे के नीचे वाली लकड़ी या चौखट दहलीज कहलाती है, जिसे कुछ लोग देहरी व देहली भी कह लेते हैं। अक्सर ये घर के बाहर मुख्य द्वार पर दहलीज बनाई जाती है। वास्तु शास्त्र की बात करें तो घर की चौखट को देवी लक्ष्मी से जोड़ कर देखा जाता है। अतः ऐसी मान्यता है कि जिस घर में चौखट नहीं होती है, उस घर में देवी लक्ष्मी कभी प्रवेश नहीं करती हैं। इतना ही नहीं, वास्तु शास्त्र में ऐसा भी कहा गया है कि जिस घर में चौखट होती है उस घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश भी आसानी से नहीं हो पाता है। चौखट होने से घर-परिवार में शांति भी बनी रहती है। यही नहीं दहलीज घर में बरकत को भी रोकने में अपना अहम योगदान देती है। लेकिन कई घर ऐसे भी बनाए जाते हैं जिसमें दहलीज नहीं होती। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं दहलीज के कुछ उपाय और कुछ गलतियां जिसे जाने अनजाने में दहलीज पर कर देते हैं। साथ ही ये भी बताएंगे जिनके घर में दहलीज नहीं होती वो इसका फायदा कैसे उठा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं-

जब भी आप दहलीज पार करें इस पर पैर न रखें बल्कि इसे प्रणाम कर आगे बढ़े। इससे आपके घर में मां लक्ष्मी स्थिरता रहती है।
ये ही नहीं कोई भी व्रत या त्योहार हो दहलीज की पूजा भी ज़रूर करें। क्योंकि ये ही वो स्थान है यहां से हमारे घर में सकारात्मक व नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।



पौराणिक मान्यताओं की मानें तो घर की दहलीज पर बैठना, उस पर पैर रख खड़े रहना या उसके ऊपर या सामने बैठकर भोजन करना अशुभ होता है। ऐसा करने से देवता नाराज हो जाते हैं। ये चीज घर में दरिद्रता को न्योता देती है। फिर घर में धन खर्च बढ़ जाता है। आय भी कम हो जाती है। परिवार के सदस्य बीमार पड़ने लगते हैं। और भी कई मुसीबतें आती हैं।

घर की दहलीज पर बैठकर या इसके सामने खड़े होकर कभी भी नाखून नहीं काटना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में दरिद्रता आती है। वहीं दहलीज के सामने बैठकर मांसाहारी भोजन करने की भूल तो कभी नहीं करना चाहिए। इससे कई वास्तु दोष उत्पन्न हो जाते हैं। घर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है।

अकसर देखा जाता है कई लोग घर की चौखट के बाहर अपने जूते चप्पल उतारते हैं जो कि गलत है। चूंकि मां लक्ष्मी का वास होता है, इससे मां लक्ष्मी का अपमान होता है। और घर में गरीबी दस्तक देने लगती है। आगे आपको बता दें जिन लोगों को घर में दहलीज नहीं होती उन्हें हल्दी से दहलीज बनाकर इसकी पूजा करनी चाहिए। इससे भी शुभ फल मिलते हैं।

Jyoti

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