Vastu for Stairs: ऐसी होंगी घर की सीढ़ियां तो खुलेंगे किस्मत के दरवाजे

Sunday, Dec 04, 2022 - 10:50 AM (IST)

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Vastu tips for Stairs: वास्तु के अनुसार हर व्यक्ति को अच्छी और बुरी शक्तियों का सामना करना पड़ता है। वास्तु के नियमों का पालन करने से सकारात्मकता बनी रहती है। जिस भी स्थान या वस्तु में वास्तुदोष हो वहां कभी भी शुभता को प्राप्त नहीं किया जा सकता। वास्तु के अनुसार घर, दुकान अथवा आॉफिस बनवाना बेहद जरुरी है। घर बनाते समय आमतौर पर हर वस्तु पर तव्वजो दी जाती है लेकिन कई बार छोटी-छोटी चीजों को ध्यान में रखना भूल जाते हैं। इन्हीं में घर की सीढ़िया भी हैं, जिन पर ज्यादातर ध्यान नहीं दिया जाता। अगर घर की सीढ़िया वास्तु के अनुसार बनी होंगी तो सकारात्मकता का प्रभाव आसानी से बना रहता है।


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कितनी सीढ़ियां होनी चाहिए: ज्यादातर लोगों को पता नहीं चलता की घर की सीढ़ियों की संख्या कितनी होनी चाहिए।

कहा जाता है की सीढ़ियों की संख्या हमेशा विषम ही होनी चाहिए जैसे 3, 5, 9, 11, 13, 15, 19 ।

अगर सीढ़ियों की संख्या इस तरह की होगी तो घर में कभी भी नकारात्मकता प्रवेश नहीं करेगी।

व्यक्ति सीढ़ियां चढ़ते समय सबसे पहले दाहिना पैर आगे रखता है। सीढ़ियां खत्म होने पर भी दाहिना पैर आगे होना चाहिए। ऐसा तभी हो सकता है, जब सीढ़ियां विषम संख्या में हैं।



What should be the direction of the stairs सीढ़ी की दिशा कैसी होनी चाहिए: हर चीज की एक दिशा होती है। कोई भी वस्तु अगर सही दिशा में हो तो इसका घर के ऊपर पॉजिटिव प्रभाव पड़ता है। घर में सीढ़ियों के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा सबसे शुभ मानी जाती है।

अगर ये उत्तर से शुरू होते हुए दक्षिण की तरफ खत्म हो तो ज्यादा बेहतर रहेगा। सीढ़िया कभी भी घर के बीच में नहीं होनी चाहिए।


Why is it necessary to have railings on both sides of stairs सीढ़ियों की दोनों तरफ रेलिंग लगवाना क्यों जरुरी है: सीढ़ियों के दोनों साइड रेलिंग लगावना एक तो सीढ़ियों की सुंदरता को बढ़ाता है, इसके साथ जीवन में चल रहे दोषों को भी दूर करने में मदद करता है।

सीढ़ियों का बैलेंस होने से वास्तु में भी बैलेंस बना रहता है।

Niyati Bhandari

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