Vastu for Bedroom: रिश्तों में खुशियां लाने के लिए बैडरूम में वास्तु का रखें ध्यान

Wednesday, Sep 06, 2023 - 08:40 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Vastu for Bedroom: वास्तुशास्त्र, एक ऐसा शास्त्र है जिसके अन्दर घर-परिवार की हर समस्या का समाधान माना जाता है। भौतिक सुखों की ओर दौड़ते हुए अब वास्तुशास्त्र का महत्व बहुत बढ़ गया है। अपने परिवार को सुखी, सुविधा सम्पन्न और गृह कलह से दूर रखने के लिए व्यक्ति वास्तुशास्त्र का सहारा लेता है। कहा जा सकता है कि यदि हर दूसरे दिन आपका अपने साथी से झगड़ा या वाद-विवाद होता रहता है तो आवश्यक है कि आप अपने बैडरूम के वास्तुशास्त्र पर ध्यान दें।


 
यहां वास्तुशास्त्र के अनुसार कुछ ऐसे उपाय बताए जा रहे हैं, जिनके अनुरूप बैडरूम को परिवर्तित किया जाए तो दम्पत्ति के बीच हमेशा खुशियां बनी रहेंगी। आइए डालते हैं एक नजर उन उपायों पर :
 
No cracks in the walls दीवारों में न हों दरार
बैडरूम की दीवारों में कहीं भी किसी प्रकार की दरार नहीं होनी चाहिए। वास्तुशास्त्र का कहना है कि बैडरूम की दीवारें टूटी-फूटी होने से घर में परेशानियों का आगमन और दम्पत्ति में आपसी कलह होती है।
 
रोज-रोज की यह कलह रिश्तों को समाप्ति की ओर धकेलती है। यदि आपके बैडरूम की दीवारों में कहीं कोई दरार या टूट-फूट है तो उसे तुरन्त प्रभाव से सही कराएं।

Protection from violent images हिंसक तस्वीरों से बचाव
बैडरूम में, चाहे वह आपका हो या आपके बच्चों का, कभी भी हिंसक तस्वीरें नहीं लगानी चाहिएं। इसके साथ ही बैडरूम की दीवारों का रंग हल्का होना चाहिए। हल्का रंग रोशनी का सुचालक होता है। इन रंगों से कमरे में रोशनी का भाव बना रहता है, जो जीवन में सदैव बनी रहने वाली सकारात्मकता का संकेत देता है।

Direction of room and bed कमरे और बेड की दिशा
बैडरूम का सीधा प्रभाव जिंदगी पर पड़ता है। यही वह जगह होती है, जहां चैन से कुछ पल बिताने को मिलते हैं। दिन-भर की भागदौड़ के बाद इंसान को यहीं पर आकर सुकून मिलता है।

बैडरूम का चुनाव करते समय ध्यान रखें कि यह दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए और बैड को भी इसी कोने में रखें। अगर बैड किसी दूसरे कोने में रखा होगा तो नींद आने में मुश्किल होगी और तनाव भी रहेगा।

वास्तुशास्त्र का कहना है कि घर के मालिक का शयन कक्ष घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए। यदि इस दिशा में यह होगा तो घर में अस्थिरता का माहौल बना रहता है।

फेंगशुई के अनुसार अगर पीतल या स्टील का बना विंड चाइम खरीद रही हैं, तो इसमें रॉड की संख्या 6-7 होनी चाहिए। यह घर में सम्पन्नता लाता है। वहीं पांच रॉड वाली विंड चाइम को घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।

 

Niyati Bhandari

Advertising