Vastu: प्रकृति में बिताए 2 घंटे बना सकते हैं आपको स्वस्थ

punjabkesari.in Sunday, Jul 18, 2021 - 09:24 AM (IST)

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क्या आप तनाव महसूस कर रहे हैं और प्रकृति में समय बिताने के स्वास्थ्य लाभों का फायदा उठाना चाहते हैं? अध्ययन कहते हैं कि ये अवसाद और ङ्क्षचता को कम कर सकते हैं, रक्तचाप में कमी ला सकते हैं, अन्य बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं और रचनात्मकता तथा संज्ञानात्मक क्षमताओं को बढ़ावा दे सकते हैं। आपको संभवत: एक सप्ताह में दो घंटे बाहर बिताने का लक्ष्य रखना चाहिए। एक अध्ययन में ब्रिटिश सरकार के सर्वेक्षण के आंकड़ों पर नजर डाली गई, जिसमें ब्रिटेन में लगभग 20,000 लोगों को एक सप्ताह के लिए अपनी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कहा गया था। 

जिन लोगों ने प्रकृति में दो घंटे बिताए, चाहे वह एक यात्रा में हुआ हो या किसी पार्क में थोड़े-थोड़े समय के लिए जाने से, उन लोगों ने ऐसे लोगों की तुलना में बेहतर स्वास्थ्य और कल्याण की जानकारी दी, जिन्होंने कम समय बाहर बिताया।

लगभग 200 से 300 मिनट बाहर बिताने से प्रभाव चरम पर था।

लोगों को बाहर कितना समय बिताना चाहिए, इसे सटीक रूप से मापने का प्रयास करने वाले पहले अध्ययनों में से यह एक है।

यूनिवॢसटी ऑफ एक्सेटर मैडिकल स्कूल के शोधकर्ताओं ने देखा कि डॉक्टरों को मरीजों के प्रकृति से संपर्क के लाभों के बारे में सवाल मिलने लगे थे।

यदि आप अपने मिनटों को गिनने की कोशिश कर रहे हैं तो जान लें कि बाहर का मतलब सिर्फ दुकान तक जाना या अपने पिछवाड़े में समय बिताना नहीं है। 

अध्ययन में कहा गया है कि यह ‘नगरों और शहरों में और आसपास के खुले स्थानों, पार्कों, नहरों और प्राकृतिक क्षेत्रों सहित, समुद्र तट और खेतों, जंगल, पहाड़ और नदियों सहित ग्रामीण इलाकों के बारे में है।’

व्हाइट कहते हैं, ‘‘व्यायाम अपने आप में अच्छा है। मगर हम जानते हैं कि लोगों का एक बड़ा हिस्सा व्यायाम नहीं कर रहा, उन्हेें केवल पार्क में रहने दें और वे वहां बैठने और पिकनिक मनाने से भी स्वास्थ्य और कल्याण के वैसे ही लाभ दिखाते हैं।’’

यह एक सप्ताह बाद प्रकृति की यात्रा के प्रभाव को दिखाने वाला पहला अध्ययन है और यह लोगों के इतने बड़े समूह, जिसमें युवा और बुजुर्ग, पुरुष और महिलाएं, शहरी और ग्रामीण, अमीर और गरीब सभी शामिल हैं, पर पडऩे वाले प्रभावों को देखने वाला भी पहला अध्ययन है।

वैसे कुछ स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर पहले से ही रोगियों को प्रकृति का ‘नुस्खा’ लिखने लगे हैं। उदाहरण के लिए स्कॉटलैंड में शेटलैंड द्वीप समूह में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा समुद्र तट पर टहलने और अन्य बाहरी गतिविधियों (आऊटडोर एक्टिविटीज) की सिफारिश करती है। मगर इस तरह के और अध्ययन उन नुस्खों को सर्वाधिक प्रभावी बनाने में मदद कर सकते हैं।
 


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Content Writer

Jyoti

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