Vastu: तुलसी का पौधा लाता है घर में खुशियां, श्रावण में इसकी पूजा अधिक लाभकारी

Saturday, Jul 18, 2020 - 06:50 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अभी तक हम आपको श्रावण में किए जाने वाले की तरह उपाय आदि अपनी वेबसाइट के माध्यम से बता चुके हैँ। इसी बीच हमने आपके भोलेनाथ ये संबंधित किए जाने वाले ज्योतिष उपायों से लेकर वास्तु उपायों तक के बारे में जानकारी दी है। इसी कड़ी में अब हम आपको बताते वाले हैं तुलसी के बारे में। श्रावण में इसको घर में लगाने तथा पूजा जाने वाले उपायों के बारे में हम आपको  बता चुके हैं। पंरतु वास्तु शास्त्र के अनुसार इस घर में स्थापित करने इसके लगाने और पूजन नियम क्या है, इसके बारे में आज भी बहुत लोग नहीं जानते तो चलिए बताते हैं आपको श्रावण में इसी पूजा के नियम।

इतना तो सब जानते हैं कि धर्म ग्रंथों में तुलसी का पौधा बहुत ही पावन व शुभ माना गया है। इतना ही नहीं इसे वास्तु शास्त्र में बहुत खास महत्व है। तो वहीं इसे औषधी के रूप में भी जाना जाता है। यही कारण है कि इसे स्थापित करने और पूजे जाने के भी खास नियम बताए गए हैं। चलिए जानते हैं भगवान विष्णु की प्रिय तुलसी से संबंधित खास नियम- 

सबसे पहले बता दें इसे स्थापित और नियमित इसकी पूजा व प्रातः काल तुलसी के दर्शन करने से आरोग्यता मिलती है। तो वहीं कहा ये भी जाता है कि जो व्यक्ति निस्वार्थ भाव से तुलसी माता की नियम पूर्वक पूजा करता है उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। 

पूजन के नियम
प्रातः स्वच्छ होकर तुलसी के पौधे में जल अर्पित कर एवं उसकी परिक्रमा करनी चाहिए। फिर शाम में तुलसी के पौधे के नीचे घी का दीपक जलाना चाहिए। इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि  रविवार के दिन कभी तुलसी के पौधे पर दीपक नहीं जलाना चाहिए। साथ ही साथ ये भी ध्यान में रखें कि भगवान गणेश, मां दुर्गा और भगवान शिव पर तुलसी कभी न चढ़ाएं।

तुलसी लगाने का नियम
शास्त्रों में कहा गया है कि यूं तो  तुलसी का पौधा कभी भी लगाया जा सकता है, परंतु गुरुवार के दिन कार्तिक माह तथा श्रावण माह में तुलसी लगाना सबसे उत्तम माना जाता है। इस बात का ध्यान रखें कि तुलसी ऐसी जगह पर लगाएं, जहां पूर्ण रूप से स्वच्छता होनी चाहिए। 

तोड़ने के नियम
धार्मिक ग्रंथों में किए उल्लेख के अनुसार तुलसी के पत्तों को तोड़ने से पहले उसे प्रणाम करना चाहिए तथा महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते। मंत्र का जाप करते हुए इसे तोड़ना चाहिए। ध्यान रहे तुलसी को कभी भी रविवार, चंद्रग्रहण और एकादशी के दिन नहीं तोड़ना चाहिए। इसे हमेशा प्रातः समय तोड़ना चाहिए। 

Jyoti

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