आखिर क्यों मनाया जाता है बसंत पंचमी का त्योहार ?

Sunday, Jan 26, 2020 - 03:13 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
वसंत पंचमी का पर्व हर साल बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है और इस साल ये त्योहार 29 जनवरी दिन बुधवार को मनाया जा रहा है। शास्त्रों के अनुसार ये दिन बुद्धि और विद्या की देवी 
सरस्वती को समर्पित होता है। इस दौरान न तो ज्यादा ही गर्मी होती है और न ही ज्यादा ठंड होती है और यही वजह है कि बसंत ऋतु को ऋतुओं का राजा कहा जाता है। इस दिन माता सरस्वती की खास पूजा की जाती है और उन्हें पीले रंग से बनी चीज़ों का भोग भी लगाया जाता है। आज हम आपको इस दिन के बारे में कुछ ओर चीज़ों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। 


 बसंत पंचमी क्यों मनाई जाती है

हिंदु पौराणिक कथाओं में प्रचलित एक कथा के अनुसार, भगवान ब्रह्मा ने संसार की रचना की। उन्होंने पेड़-पौधे, जीव-जन्तु और मनुष्य बनाए, लेकिन उन्हें लगा कि उनकी रचना में कुछ कमी रह गई। इसीलिए ब्रह्मा जी ने अपने कमंडल से जल छिड़का, जिससे चार हाथों वाली एक सुंदर स्त्री प्रकट हुई। उस स्त्री के एक हाथ में वीणा, दूसरे में पुस्तक, तीसरे में माला और चौथा हाथ वर मुद्रा में था। ब्रह्मा जी ने इस सुंदर देवी से वीणा बजाने को कहा। जैसे वीणा बजी ब्रह्मा जी की बनाई हर चीज़ में स्वर आ गया। तभी ब्रह्मा जी ने उस देवी को वाणी की देवी सरस्वती नाम दिया। वह दिन वसंत पंचमी का था। इसी वजह से हर साल वसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती का जन्मदिन मनाया जाने लगा और उनकी पूजा की जाने लगी।


वसंत पंचमी पूजा मुहूर्त

29 जनवरी 2020 बुधवार को सुबह 10:47:38 से दोपहर 12:34:23 बजे तक 
मुहूर्त की समयाधि :1 घंटे 46 मिनट
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ज्योतिष के मुताबिक वसंत पंचमी का दिन अबूझ मुहर्त के तौर पर जाना जाता है और यही कारण है कि नए काम की शुरुआत के लिए सबसे अच्छा दिन माना जाता है। वसंत पंचमी के दिन पीले रंग के वस्त्र पहनकर पूजा करना भी शुभ होता है। इतना ही नहीं, इस दिन पीले पकवान बनाना भी काफी अच्छा माना जाता है। 

Lata

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