लॉकडाउन के बाद नए नियमों के साथ शुरू होगी वैष्णो देवी यात्रा

Wednesday, May 20, 2020 - 12:39 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
लॉकडाऊन के चलते इस समय देश के लगभग सभी स्कूल, कॉलेज, होटल आदि बंद है। इसके साथ ही तीर्थों स्थलों के भी द्वार आम जन के लिए बंद कर दिए गए थे ताकि लोगों का हुजूम वहां न उमड़े और कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जाए। हालांकि अभी देश में कोरोना संक्रमण के मामले कम नहीं हो रहे परंतु जीवन को रोकना भी ठीक नहीं है। इसलिए सरकार की तरफ़ से भी अब यह कहा जा रहा है कि अब प्रत्येक व्यक्ति को इसी के साथ अपने लक्ष्यों को पूरा करना होगा। इन्हीं सभी बातों के मद्देनज़र लॉकडाऊन में कुछ डील दी गई है, जिसके तहत सीमित समय के लिए ज़रूरी चीज़ों की दुकानें आदि खोली जा रही हैं। इसी बीच अब देश के प्राचीन मंदिर व धार्मिक स्थलों को भी कुछ नए नियमों के तहत खोले जाने का फैसला लिया जा रहा है। इसमें सबसे पहला नाम आ रहा है हिंदू धर्म के प्रमुख धार्मिक यात्रा माने जाने वाली वैष्णो देवी यात्रा की। बताया जा रहा है 18 मार्च को कोरोना महामारी के चलते रोकी गई श्री वैष्णो देवी की यात्रा को अब बहाल करने की योजना तैयार कर ली गई है। खबरों की मानें तो लॉकडाऊन खुलते ही रोज़ाना पांच से 6,000 श्रद्धालुओं को ऑनलाइन पंजीकरण से दर्शन की अनुमति दी जाएगी। 

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड प्रशासन की योजना के तहत मनोकामना भवन से माता के भवन तक क्यूबिक फ्लैक्सिग्लास लगाकर एक घंटे में 470 से 490 श्रद्धालु माता की पवित्र पिंडियों के दर्शन कर सकेंगे। 

बता दें श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा ये सारी जानकारी यात्रा से जुड़े हितधारकों के साथ एक वीडियो कांफ्रेंसिंग में सांझा की गई। बताया जा रहा है इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में पूर्व राज्यपाल के सलाहकार, बोर्ड के सदस्य, पुलिस अधिकारी और यात्रा से जुड़े व्यवसाइयों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। जिसमें होटल उद्योग से लेकर अन्य व्यवसाइयों के प्रतिनिधियों से सुझाव भी लिए गए। 

तो वहीं सीईओ ने कहा कि हमारी सबसे पहली प्राथमिकता होगी श्री वैष्णो देवी यात्रा मार्ग को कोरोना वायरस से मुक्त रखना। हर श्रद्धालु की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अगले 6 महीने के लिए श्रद्धालुओं की सीमित संख्या के साथ यात्रा चलाने का प्रस्ताव है। 6 माह की परिस्थितियों को देखते हुए ही यात्रियों की संख्या में परिवर्तन पर कोई विचार किया जाएगा। 

थर्मल स्क्रीनिंग के साथ-साथ फुट ऑपरेटेड तथा सैनिटाइजर लगेंगे
यात्रा मार्ग को संक्रमण मुक्त रखने के लिए बाणगंगा, नया ताराकोट मार्ग, अर्धकुंवारी, वैष्णो देवी भवन और भैरव घाटी में थर्मल स्क्रीनिंग और फुट ऑपरेटेड सैनिटाइजर लगेंगे। यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की लोकेशन पर जीपीएस ट्रैकिंग से नजर रखने के साथ-साथ फोरलेन सैनिटाइजिंग टनल भी लगाई जाएंगी। 

गरीब श्रद्धालुओं के लिए भी उठाए जाएंगे विशेष कदम
वैष्णो देवी आने वाले जिन दर्शनार्थियों में 40 से 50 फीसदी श्रद्धालुओं के पास स्मार्ट फोन अथवा मोबाइल फोन भी नहीं होता। ऐसे श्रद्धालुओं को यात्रा का अवसर देने के लिए भी श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड प्रशासन विचार-विमर्श कर रहा है।

Jyoti

Advertising