ये हैं अब तक की वैष्णो देवी धाम में होने वाली सबसे बड़ी दुर्घटनाएं की List

Friday, May 20, 2022 - 03:25 PM (IST)

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वैष्णो देवी धाम, जिसके बारे में मान्यता है कि यहां देवी वैष्णी प्राचीन समय में 9 माह तक रही थी न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी अति प्रसिद्ध है। प्रत्येक वर्ष यहां लाखों की गिनती में लोग शामिल होते हैं। बात करें इस वर्ष यानि 2022 कि तो इस बार भी यात्रा प्रारंभ होने के बाद से ही भक्तों को वैष्णो देवी के धाम पर आना जाना लगातार दिखाई दे रहा है। जहां एक तरफ नियमित रूप से यहां दर्शन करने वालों को गिनती से जुड़ी खबरें भक्तों मे उत्साह लाती है, तो वहीं यहां होने वाली दुर्घटनाएं लोगों को दुखी करती हैं। जी हां, बात कर इसी वर्ष यानि 2022 में वैष्णों देवी के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं में कुछ लोग भीड़ के चलते मची भगदड़ में मौत का शिकार हो गए, तो वहीं बहुत से लोग इस दौरान जख्मी भी हुए। बताया जाता है किसी भी देव स्थान पर किसी भी प्रकार के हादसे का कारण अधिकतर रूप से भगदड़ ही रहा है। वैष्णो देवी धाम पर होने वाला ये हादसा कोई एकलौता हादसा नहीं है, बल्कि आझ से पहले यहां कई बार ऐसे हादसे हो चुके हैं। तो चलिए जानते हैं वैष्णो देव धाम में हुई 7 ऐसे हादसे जिन्होंने बड़ी दुर्घटना का रूप ले लिया था-

पिछले साल 22 दिसंबर 2021 को माता वैष्णो देवी भवन के मार्ग पर अर्धकुंवारी स्थित बाजार की एक दुकान में सिलेंडर ब्लास्ट होने के कारण, एक बड़ा धमाका हुआ था जिसके चलते भीष्ण आग लग गई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस हादसे में 5 लोगों के झुलसने का समाचार आया था। इतना ही नहीम हादसे के बाद अफरातफरी मच जाने के कारण कई अन्य लोग घायल भी हुए थे। 

उपरोक्त घटना के पहले इसी साल 9 जनवरी 2021 को माता वैष्णो देवी भवन के पास कालिका कांप्लेक्स स्थित काउंटिंग रूम में शार्ट सर्किट से आग लग गई थी। हालांकि इसमें ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, 2 पुलिसकर्मी मामूली रूप से झुलसे थे। बता दें ये घटना प्राकृतिक गुफा से महज 100 मीटर दूर ही घटित थी। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2017 में 30 जनवरी को भूस्खलन हुआ था। बताया जाता है यह हादसा माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर हिमकोटी से पहले देवी द्वार क्षेत्र में हुआ था। जिस दौरान  एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई थी। तो वहीं 3 बच्चों सहित 8 अन्य श्रद्धालु इस घटना में घायल हुए थे। इस घटना के चलते व खराब मौसम के कारण उस समय बैटरी कार सेवा कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई थी। 

बात करें साल 2015 की तो इस वर्ष नवंबर में हेलीकॉप्टर हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई थी। बता दें कटरा से वैष्णो देवी हेलीकॉप्टर सर्विस चलती है, जो सीधे पहाड़ी पर पहुंचाती है। इस हादसे में पवन हंस सेवा का पायलट की भी जान चली गई थी। बताया जाता है वैष्णो देवी धाम में इससे पहले इसी तरह के 3 और हादसे हो चुके हैं। 

बता दें जुलाई 1988, 30 दिसंबर 2012 को़ और 30 जनवरी 2001 को हेलीकॉप्टर हादसे हुए थे। जुलाई 1988 में जब सांझी छत हेलीपैड पर हादसा हुआ तो पवन हंस के हेलीकॉप्टर में सवार 6 श्रद्धालुओं और पायलट की मौत हुई थी। इसी प्रकार के एक अन्य हादसे में जो 30 जनवरी 2001 को हुआ था, उसमें सेना के एक ब्रिगेडियर, कैप्टन, मेजर और दो पैरा कमांडो की मौत हुईछ थी। इसके अलावा 30 दिसंबर 2012 को हुए हादस में पवन हंस सेवा के पायलट की सूझबूझ से अधिक नुकसान नहीं हुआ था और उसने पहाड़ियों से बचाते हुए हेलीकॉप्टर को खेतों में उतार लिया था, हालांकि फिर भी हेलीकॉप्टर में सवार 2 लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए थे। 

Jyoti

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