जानिए, वैशाख स्नान-दान पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त और विधि

Friday, May 17, 2019 - 06:10 PM (IST)

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वैशाख मास की पूर्णिमा को शास्त्रों में बेहद खास महत्व दिया गया है। इस बार यह पूर्णिमा 18 मई दिन शनिवार को पड़ रही है। शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार इस दिन दान-पुण्य और धर्म-कर्म के अनेक कार्य किए जाते हैं। इसलिए इसे सत्य विनायक पूर्णिमा भी कहा जाता है। इसके अलावा एक अन्य पौराणिक मान्यता के अनुसार वैशाख पूर्णिमा के दिन ही भगवान विष्णु का तेइसवां अवतार महात्मा बुद्ध के रूप में हुआ था। इसलिए बौद्ध धर्म के अनुयायी इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं।
स्नान-दान पूर्णिमा शुभ मुहूर्त और विधि
वैशाख पूर्णिमा के दिन प्रातः काल सूर्योदय से पूर्व किसी पवित्र नदी, जलाशय,कुआं या बावड़ी में स्नान करना चाहिए।

स्नान के बाद सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए।

स्नान के पश्चात व्रत का संकल्प लेकर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।

इस दिन धर्मराज के निमित्त जल से भरा कलश और पकवान देने से गोदान के समान फल मिलता है।

5 या 7 जरुरतमंद व्यक्तियों और ब्राह्मणों को शक्कर के साथ तिल देने से पापों का क्षय होता है।

इस दिन तिल के तेल के दीपक जलाएंऔर तिलों का तर्पण विशेष रूप से करें।

इस दिन व्रत के दौरान एक समय भोजन करें।

वैशाख पूर्णिमा का महत्व
वैशाख पूर्णिमा पर धर्मराज की पूजा करने का विधान है। इसलिए इस व्रत के प्रभाव से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है। मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण के बचपन के साथी सुदामा जब द्वारिका उनके पास मिलने पहुंचे थे, तो भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें सत्य विनायक पूर्णिमा व्रत का विधान बताया। इसी व्रत के प्रभाव से सुदामा की सारी दरिद्रता दूर हुई। इसलिए वैशाख मास की यह पूर्णिमा दरिद्रता को दूर करने वाली भी मानी गई है।

शुभ मुहूर्त-
18 मई 2019 को 04:12:32 से पूर्णिमा आरम्भ

19 मई 2019 को 02:42:59 पर पूर्णिमा समाप्त

Jyoti

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