वैशाख मास स्पेशल: जीवन में सुख-समृद्धि पाने के लिए करने पड़ते हैं ये काम

Sunday, Apr 24, 2022 - 12:03 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

हिंंदू धर्म व पंचांग की मानें तो हिंदी वर्ष में आने वाले प्रत्येक मास का अपना अलग महत्व है। बात करें वैशाख मास की तो ये हिंदी कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास के साथ नववर्ष शुरू होता है जिसके बाद वैशाख मास आता है, जो हिंदू वर्ष का दूसरा मास माना जाता है। जहां चैत्र मास में नवरात्रि के साथ-साथ श्री हरि विष्णु के राम अवतार का जन्मोत्सव मनाया जाता है। तो वहीं वैशाख मास को लेकर मान्यताओं के अनुसार इस मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि वरुथिनी एकादशी के दिन श्री हरि विष्णु के बाराह अवतार की पूजा करने का विधान है। यानि जितना हिंदू नववर्ष का प्रथम मास विशेष महत्व रखता है, ठीक उसी तरह दूसरा मास वैशाख मास भी अत्यंत लाभकारी माना जाता है।



प्रचलित धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वैशाख मास में त्रेता युग का प्रारंभ हुआ था, जिस कारण न केवल एकादशी तिथि के दिन बल्कि पूरे वैशाख मास में इनकी पूजा अर्चना करना लाभदायक रहता है। तो वहीं कुछ मान्यताओं के अनुसार इस दिन श्री कृष्ण के माधव रूप से भी आशीर्वाद प्राप्त होता है परंतु उसके लिए जातक को कुछ खास कार्य करने पड़ते हैं। क्या है वो कार्य जिनका वर्णन धार्मिक शास्त्रों में पढ़ने सुनने को मिलता है, आइए जानते हैं कौन से हैं वो कार्य जिन्हें करने वाले व्यक्ति को अपने पापों से मुक्ति मिलती है साथ ही साथ सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वैशाख मास में प्रत्येक व्यक्ति को सूर्योदय से पहले किसी पावन नदी में स्नान करना चाहिए। अगर ऐसा कर पाना संभव न हो तो घर पर स्नान के पानी में गंगाजल मिलाकर उससे स्नान कर लें।

इस दौरान सूर्य देवता को सूर्य को अर्घ्य जरूर दें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वैशाख माह में सूर्य देव को तांबे के लोटे में जलकर "ॐ सूर्याय नमः::" के मंत्र उच्चारण के साथ जल अर्पित करने से लाभ ही लाभ प्राप्त होता है।



वैशाख मास में हर व्यक्ति की अपनी क्षमता अनुसार भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए दान ज़रूर करना चाहिए। ऐसा कहा जाता है इससे जीवन में चल रही धन की कमी दूर होती है। आप इस दौरान फल, दूध, पैसे या वस्त्र आदि का दान का कर सकते हैं। इसके अलावा हो सके तो ब्राह्मणों को भोजन करवा दें।

चूंकि वैशाख मास श्री हरि विष्णु तो समर्पित है इसलिए इस मास में इनकी विशेष प्रकार से पूजा-अर्चना करनी चाहिए, इसके अलावा क्योंकि श्री हरि को तुलसी अति प्रिय है, इसलिए इस दौरान तुलसी माता की पूजा करना बिल्कुल न भूलें। तथा विष्णु जी को जो भी वस्तु अर्पित करें, उसमें तुलसी का पत्ता अवश्य रखें। ऐसा करने से भगवान विष्णु की तो कृपा प्राप्त होती ही है साथ ही साथ देवी लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं।

इन सब के अतिरिक्त वैशाख मास में पीपल के पेड़ की पूजा भी अति लाभकारी मानी जाती है। हिंदू धर्म के ग्रंथों में वर्णन किया गया है कि पीपल के पेड़ में हिंदू धर्म के समस्त देवी-देवताओं के साथ-साथ पितरों का भी वास होता है, जिसका कारण इसकी पूजा करने से और इसकी जड़ में जल चढ़ाने से हर मनोकामना पूर्ति होती है।

Jyoti

Advertising