वैसाख अमावस्या के दिन ये चीज़ें दान करने से होंगे पितृ प्रसन्न

Tuesday, Apr 21, 2020 - 08:23 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
22 अप्रैल यानि बुधवार वैसाख मास की कृष्ण पक्ष की अमावस तिथि के दिन वैसाख अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। हिंदू धर्म में इस तिथि का अधिक महत्व है। कहा जाता है इस दिन किए गए उपाय आदि से कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। तो वहीं इस दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए भी काफी तरह के अनुष्ठान किए जानते हैं। खासतौर पर वैसाखी अमावस्या श्राद्ध, तर्पण, पूजा-पाठ और दान आदि का महत्व है। अगर बात ज्योतिषशास्त्र की करें तो वैसाख अमावस्या तिथि पर कालसर्प दोष निवारण और शनि दोष शांति पूजा भी संपन्न की जाती है।  मगर बहुत से लोग हैं जिन्हें इस दिन पूजा-पाठ आदि कैसे करनी चाहिए इस बारे में जानकारी नहीं रखते। तो चलिए आपको बताते हैं अमावस तिथि के बारे में साथ ही साथ जानते हैं इस दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं।

अमावस्या तिथि
सबसे पहले बता दें कि हिंदू पंचाग के अनुसार कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या का नाम दिया गया है। धार्मिक मान्यताएं हैं कि इस दिन पितरों के लिए की गई पूजा उन्हें मोक्ष की प्राप्ति दिलवाती है। साथ ही इस दिन किया दान भी इस दिन दान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

कैसे करें पितरों के लिए पूजा
अमावस्या के दिन पितरों पिंडदान, तर्पण, श्राद्ध करने का बहुत अधिक महत्व है। इसलिए कहा जाता है कि अगर संभव हो तो इस दिन पितरों की तृप्ति के लिए व्रत रखना चाहिए तथा साथ ही अन्न और जल का दान करना चाहिए।

मगर यहां एक प्रश्न आप सबके दिमाग में होगा कि चूंकि पूरे भारत में इस समय लॉकडाउन चल रहा है तो किसी भी तीर्थ पर जाना संभव नहीं होगा तो ऐसे में क्या किया जाए जिससे घर बैठे पितरों की आत्मा को शांति मिल सके। तो चलिए आपके इस सवाल का जवाब देते हैं।


नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें। ध्यान रहे स्नान के पानी में तिल ज़रूर मिलाएं।

मन में पितरों की तृप्ति का संकल्प लें और जल, अन्न का दान करें। हो सके तो आज के दिन किसी गरीब को भोजन ज़रूर करवाएं। घर में सात्विक भोजन बनाएं और सबसे पहले गाय को खिलाएं। 

Jyoti

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