चमत्कारी शिव मंदिर, जहां मां गंगा स्वयं करती है जलाभिषेक

Sunday, Nov 13, 2016 - 04:12 PM (IST)

झारखंड के रामगढ़ जिले में एक चमत्कारिक शिव मंदिर है। जिसे टूटी झरना के नाम से जाना जाता है। यहां स्वयं मां गंगा शिवलिंग पर जलाभिषेक करती हैं। मंदिर की विशेष बात यह है कि यहां वर्ष के 12 महीने और 24 घंटे जलाभिषेक होता रहता है।  मान्यता के अनुसार इस स्थान का वर्णन पुराणों में भी है। भक्तों की आस्था है कि इस मंदिर में मांगी प्रत्येक मनोकामना पूर्ण हो जाती है।

 

रामगढ़ जिले में स्थित पुरातन शिव मंदिर टूटी झरना के नाम से प्रसिद्ध है। मंदिर का इतिहास 1925 से संबंधित है। माना जाता है कि अंग्रेजों के समय इस स्थान पर रेलवे लाइन बिछाने का कार्य चल रहा था। जब जल प्राप्ति के लिए खुदाई की जा रही थी तो उस समय धरती के भीतर से गुबंदनुमा चीज दिखाई देने पर ओर खोदने पर ये मंदिर पूर्ण रुप से दिखाई दिया। मंदिर के अंदर भगवान शंकर का शिवलिंग और उनके ठीक ऊपर मां गंगा की सफेद रंग की प्रतिमा प्राप्त हुई। देवी गंगा की नाभि से प्राकृतिक तौर पर जल की धारा निकल कर उनके दोनों हाथों की हथेलियों से होकर शिवलिंग पर अभिषेक कर रही है। 
 

जल धारा कहां से आती है, ये अभी रहस्य ही है। कहा जाता है कि शिवलिंग पर स्वयं मां गंगा जलाभिषेक करती हैं। यहां दो रहस्यमयी हैंडपंप भी हैं। इनसे पानी लेने के लिए लोगों को इन्हें चलाने की आवश्यकता नहीं पड़ती क्योंकि इनमें से स्वयं जल निकलता रहता है। जबकि मंदिर के समीप की नदी सूखी पड़ी हुई है परंतु अत्यधिक गर्मी में भी इन हैंडपंपों से निरंतर जल की धारा बहती रहती है। 
 

मंदिर में वर्ष भर भक्तों की भीड़ रहती है। माना जाता है कि भगवान के इस अद्भुत स्वरुप के दर्शन मात्र से सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। शिवलिंग पर गिरने वाले जल को श्रद्धालु प्रसाद स्वरुप लेते हैं और अपने घरों को भी लेकर जाते हैं। इस जल को पीने से मन शांत होता है और कष्टों से लड़ने की शक्ति मिलती है। 

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