सिंदूर के टोटकों से संवारें अपना गृहस्थ

Wednesday, Jun 26, 2019 - 01:17 PM (IST)

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तंत्र एवं धर्म से जुड़े क्रिया-कलापों में सिंदूर बहुप्रचलित सामग्री है। इसका उपयोग सामान्य धार्मिक कर्मों से लेकर गूढ़ तांत्रिक कर्मों तक में किया जाता है। सिंदूर के वैसे तो अनेक प्रयोग हैं परन्तु यहां कुछ सरल एवं शीघ्र फलकारी प्रयोग दिए जा रहे हैं। इनका सविधि एवं श्रद्धापूर्वक प्रयोग करने से अवश्य ही मनोकामना की पूर्ति होगी।

जिन व्यक्तियों को मंगली दोष है अथवा मंगल के कारण विवाह में विलम्ब अथवा दाम्पत्य सुख में कमी का अनुभव हो रहा हो, तो उन्हें शुक्लपक्ष के मंगलवार को हनुमान जी पर सिंदूर चढ़वाना चाहिए। यह प्रयोग नौ बार करें, तो निश्चय ही सफलता मिलती है।

जिन व्यक्तियों को आए दिन वाहन आदि से दुर्घटना का सामना करना पड़ रहा है, तो उन्हें मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में सिंदूर दान करना चाहिए। इससे शीघ्र ही लाभ मिलता है।

यदि सूर्य अथवा मंगल आपके लिए मारक ग्रह हैं और उनकी दशा अथवा अंतर्दशा चल रही है तो सिंदूर को बहते हुए जल में प्रवाहित करना चाहिए। ऐसा करने से संबंधित ग्रह का प्रभाव कम हो जाता है।

यदि प्रतियोगी परीक्षाओं में आप बैठ रहे हैं तो गुरु-पुष्प योग अथवा शुक्लपक्ष में पुष्प योग में गणेश जी के मंदिर में सिंदूर का दान करने से परीक्षा में परिश्रम से अधिक सफलता मिलेगी।

यदि रक्त से संबंधित किसी रोग से आप पीड़ित हैं, तो सिंदूर को अपने ऊपर से उतारकर बहते हुए जल में प्रवाहित करें, ऐसा करने से रोग में लाभ मिलता है।

अपने घर के मुख्य द्वार के ऊपर सिंदूर चढ़ी हुई गणेश की प्रतिमा स्थापित करने से घर में सुख-समृद्धि एवं शांति बनी रहती है तथा शत्रुओं द्वारा किसी भी प्रकार के तांत्रिक प्रयोगों के भय से मुक्ति मिलती है।


 

Niyati Bhandari

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