कल माघ सोम शिवरात्रि पर इस मुहूर्त में करें पूजन, निरेगी काया की होगी प्राप्ति

Sunday, Jan 14, 2018 - 01:16 PM (IST)

सोमवार दि॰ 15.01.18 को माघ कृष्ण चतुर्दशी के उपलक्ष्य में सोम माघ शिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। ज्योतिषशास्त्र अनुसार चतुर्दशी के स्वामी स्वयं परमेश्वर शिव हैं। पौराणिक मान्यतानुसार शिवरात्रि पर्व वैदिक काल से ही मनाया जाता है। इस व्रत व पर्व का पालन देवी लक्ष्मीं, सरस्वती, गायत्री, सीता, पार्वती व रति ने विधिवत किया था। साल में 12 मासिक शिवरात्रि पर्व मनाए जाते हैं। हर मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाने वाला मासिक शिवरात्रि पर्व महादेव को अति प्रिय है। शिवरात्रि शिव-शक्ति के मिलन का पर्व है। मान्यतानुसार शिवरात्रि के प्रदोषकाल में शंकर-पार्वती का विवाह हुआ था। मान्यतानुसार प्रदोष काल में महाशिवरात्रि तिथि में सर्व ज्योतिर्लिंगों का प्रादुर्भाव हुआ था। शास्त्रनुसार सर्वप्रथम ब्रह्मा व विष्णु ने महा-शिवरात्रि पर शिवलिंग पूजन किया था। पौराणिक मान्यतानुसार दिव्य ज्योर्तिलिंग का उदभव चतुर्दशी तिथि को माना जाता है व महाशिवरात्रि को शिव उत्पत्ति के रूप में मानते हैं। शास्त्रनुसार सोम माघ शिवरात्रि के पूजन, व्रत व उपायों से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, हर मुश्किल कार्य सुगम होता है व सदा निरोगी काया प्राप्त होती है।

 

विशेष पूजन: संध्या काल में सफेद शिवलिंग का पंचोपचार पूजन करें। शुद्ध घी का दीप करें, सुगंधित धूप करें, सफेद कनेर के फूल चढ़ाएं, श्वेत चंदन से त्रिपुंड बनाए, चावल की खीर का भोग लगाएं। इस विशेष मंत्र को 108 बार जपें। इसके बाद भोग किसी गरीब तो बांट दें। 


विशेष मंत्र: ॐ त्र्यम्बकाय नमः॥

विशेष मुहूर्त: शाम 16:35 से शाम 17:35 तक।

 

उपाय
दा निरोगी बने रहने हेतु सफेद शिवलिंग पर जलाभिषेक करें।

 

मुश्किल कार्य में आसानी हेतु शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाएं।

 

मनोकामनाओं की पूर्ति हेतु शिवलिंग पर चढ़ा चांदी का टुकड़ा पर्स में रखें।

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

 

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