आज का पंचांग- 03 मार्च, 2019

Sunday, Mar 03, 2019 - 09:35 AM (IST)

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आज 03 मार्च, रविवार द्वादशी तिथि है और जिसके स्वामी विष्णु हैं। इस तिथि में जन्मा बच्चा बड़ा मेहनती, हि मती, पुरुषार्थी तथा कर्मठ होता है। वह टूरिज़्म, सैर-सपाटे का शौक रखने तथा इस प्रोफैशन को करियर के तौर पर पसंद करने वाला होता है। यह तिथि ज्यूलरी, व्हीकल खरीदने, बिल्डिंग की कंस्ट्रक्शन तथा रेनोवेशन का काम प्रार भ करने के लिए भी शुभ समझी जाती है। विष्णु की पूजा-अर्चना करना प्रशस्त है।

नक्षत्र: उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के देवता विश्वेदेवा तथा स्वामी सूर्य हैं, जबकि श्रवण नक्षत्र के देवता विष्णु तथा स्वामी चंद्रमा हैं। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में जन्मा बच्चा मशीनरी की समझ रखने तथा प्रापर्टी से जुड़े कामों में इंट्रैस्ट रखने वाला होता है। श्रवण नक्षत्र में जन्मा बच्चा टाकेटिव, हाजिर जवाब, तर्क-वितर्क में पीछे न रहने वाला होता है। सूर्य की पूजा-अर्चना करना तथा लाल रंग के फल-फूल देने वाले पौधे लगाना सही रहता है।

योगः वरियान योग का स्वामी कुबेर है। इस योग में जन्मा जातक बड़ा कारोबारी, बिज़नेस मैगनेट होता है। वह अपने कारोबार के फैलाव-प्रसार के लिए पर्याप्त स्ट्रगल करता रहता है। वह महत्वाकांक्षी तथा बड़े-बड़े कारोबारी प्लान बनाने तथा ऊंची-ऊंची उड़ानें भरने में व्यस्त रहता है। वह जीवन में समझौता वादी तथा टकराव से बचने वाला होता है।

करणः तैतिल करण का स्वामी विश्व है। इस करण में जन्मा बच्चा लैंड्स- एग्रीकल्चरल लैंड्स, अर्बन लैंड्स, प्लाटों, बिल्ट अप लैटों, मकानों, कोठियों की सेल-परचेज के काम में इंट्रैस्ट रखने वाला होता है। इस करण में जन्मी कन्याओं की विवाहोपरांत गृहस्थी बड़ी सुखद, मधुर तथा सुख-साधनों से स पन्न होती है। फूलों-पौधों को लगाना तथा उनकी केयर करना उनका शौक होता है। 

वारः वार-रविवार के देवता अधिदेवता सूर्य एवं शिव हैं। रविवार को जन्मा बच्चा मैडीसन (रिटेल, होलसेल, मैन्युफैक्चरिंग), वैल्यूएबल मैटल्स, फूड ग्रेन प्रॉडक्ट्स की सेल-परचेज, प्रोसैसिंग के साथ जुड़े प्रोफैशंस में इंट्रैस्ट रखने वाला हो सकता है। वह जल्द टैम्पर लूज़ करने तथा फौरन रिएक्ट करने वाला होता है। इस दिन पूर्व एवं दक्षिण पूर्व दिशा की यात्रा करना शुभ रहता है।

सूर्योदय कालीन कुंडली
सूर्य    कुंभ में
चंद्रमा    मकर में
मंगल    मेष में
बुध    मीन में
गुरु    वृश्चिक में
शुक्र    मकर में
शनि    धनु में
राहू    कर्क में
केतु    मकर में

दिशा शूलः
पश्चिम एवं नैर्ऋत्य दिशा के लिए। इस दिशा की यात्रा न करनी चाहिए।

स्पैशल पर्वः
प्रदोष व्रत- यह व्रत संतान कामना प्रधान है। इस व्रत के मुख्य देवता आशुतोष भगवान शंकर माने जाते हैं।

शुभ पंचांग
तारीख    :    3 मार्च, 2019
वार    :    रविवार
अयन    :    उत्तरायण 
विक्रमी सम्वत    :    2075
विक्रमी फाल्गुन प्रविष्टे    :    19
राष्ट्रीय शक सम्वत्    :    1940
शक फाल्गुन तारीख    :    12
हिजरी साल    :    1440
महीना    :    जमादि उल्सानी, तारीख 25
पक्ष    :    फाल्गुन कृष्ण
तिथि    :  द्वादशी (दोपहर 1.45 तक) तथा तदोपरांत तिथि त्रयोदशी।
नक्षत्र    : उत्तराषाढ़ा (प्रात: 9.00 बजे तक) तथा तदोपरांत नक्षत्र श्रवण।
योग    :  वरियान (दोपहर 12.30 तक) तथा तदोपरांत योग परिध।
करण    : तैतिल (दोपहर 1.45 तक) तथा तदोपरांत करण गर।
चंद्र राशि    :    मकर (पूरा दिन-रात)।
सूर्योदय/सूर्यास्त    :    प्रात: 6.56/सायं 6.22 (जालन्धर समय)।
राहू काल    :    सायं 04.30 से 06.00 बजे तक।

आज पैदा होने वाले बच्चों का नामाक्षर तथा भविष्यफलः
समय-प्रात:9.01 से लेकर बाद दोपहर 3.47
नामाक्षर-खी
इस नामाक्षर वाले जातक का इंट्रैस्ट एग्रीकल्चरल प्रॉडक्ट्स, होटकल्चरल प्रॉडक्ट्स, एग्रीकल्चरल इम्पलीमैंट्स, फर्टीलाइजर्स, सीड्स की सेल-परचेज, सप्लाई, डिस्ट्रीब्यूशन जैसे काम-धंधा में हो सकता है। 

समय-बाद दोपहर 3.48 से लेकर रात 10.35 तक
नामाक्षर-खू
यह बच्चा क्रूड आयल, पैट्रोलियम, लूब्रीकैंट्स,
आयल, आयल सीड्स, वाटर पम्प सैट्स,कोल्ड ड्रिक्स, आईसक्रीम, खानपान के साथ जुड़े कामों में इंट्रैस्ट रखने वाला होता है।

समय- रात 10.36 से लेकर अगले दिन (4 मार्च) प्रात: 5.22 तक
नामाक्षर- खे
यह बच्चा नेचर से गम्भीर, हर फैसला बहुत सोच-विचार के बाद लेने वाला, किसी भी मामले पर एकदम रिएक्ट न करने वाला, मैथेमैटिक्स, कामर्स, इकनॉमिक्स जैसे विषयों में अच्छा इंट्रैस्ट रखने वाला होता है।
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Lata

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