आज जिनका जन्मदिन है, जानें कैसा रहेगा आने वाला साल

Tuesday, Nov 17, 2020 - 10:49 AM (IST)

 शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Today's Birthday Prediction: आज आपके जन्मदिन की आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 17 नवम्बर में जन्में व्यक्तियों का मूलांक 8 होता है, जिनके स्वामी शनि देव हैं। मूलांक 8 वाले जातक बहुत ही गम्भीर स्वभाव के होते हैं। ये चुपचाप स्वयं की ही दुनिया में रहना पसंद करते हैं। इन लोगों के मित्र कम ही होते हैं परन्तु जिनसे दोस्ती होती है उनके साथ दोस्ती को हर तरीके से निभाने की कोशिश करते हैं। ये लोग बहुत ही परिश्रमी होते हैं। इन्हें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है। ये लोग ईमानदार व न्यायप्रिय होते हैं।


आज जिन जातकों का जन्मदिन है, इस वर्ष आपको बहुत से परिवर्तनों का सामना करना पड़ सकता है। इस साल आप अपनी आर्थिक स्थिति को संभालने के लिए अपने खर्चों पर अंकुश लगाने की कोशिश करेंगे। नवम्बर के महीने में माता की सेहत का ख्याल रखें। किसी को पैसे उधार न दें। दिसम्बर के महीने में आलस के चलते आपके काम पूरे होने में देरी हो सकती है। ऑफिस में उच्च अधिकारियों से अनबन हो सकती है।

वर्ष 2021 में जनवरी का समय जीवनसाथी के साथ अच्छा बितेगा। वैवाहिक जीवन के सुखों में वृद्धि होगी। फरवरी के महीने में कहीं घूमने जाने की योजना बना सकते हैं। मार्च के माह का समय थोड़े संयम से बिताएं, पिता के साथ वैचारिक मतभेद सम्भव है। किसी जमीन के लेन-देन में भागीदार बन सकते हैं। अप्रैल के माह में घर में आयोजित मांगलिक कार्य में कुछ अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। अपने क्रोध पर काबू रखें। मई के माह में आप किसी नए कार्य की शुरुआत की योजना बनाएंगे हालांकि परिस्थितियों के प्रतिकूल होने के कारण अभी चीज़ों को स्थगित करना होगा। स्वभाव में अभिमान आपके लिए हितकर नहीं है। जून के महीने में कोई कार्य साझेदारी में करने से बचें। जुलाई के माह में शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को शुभ परिणाम प्राप्ति के योग बनते हैं। आपकी मेहनत सफल होगी। संचार माध्यम के इस्तेमाल से व्यापार में लाभ मिलेगा। अगस्त के माह में कार्यभार बढ़ सकता है। सितम्बर व अक्टूबर के माह का समय विवाह योग्य जातकों के लिए शुभ है।

उपाय- इस वर्ष के शुभ फल प्राप्त करने के लिए पक्षियों को हरी मूंग की दाल का दाना डालें।

तुलसी के पौधे को जल दें।

शनिदेव जी की प्रतिमा पर सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

मंदिर में दही दान दें।

जीवनसाथी को इत्र उपहार स्वरूप दें।

आचार्य लोकेश धमीजा
वेबसाइट– www.goas.org.in

Niyati Bhandari

Advertising