आज जिनका जन्मदिन है, जानें कैसा रहेगा आने वाला साल

Wednesday, Nov 11, 2020 - 09:49 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Today's Birthday Prediction: आज आपके जन्मदिन की आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 11 नवम्बर में जन्में व्यक्तियों का मूलांक 2 होता है, जिनके स्वामी चंद्र देव हैं। मूलांक 2 वाले जातक बहुत ही कोमल स्वभाव के होते हैं। इनके मुखमण्डल पर चंद्रमा की भांति एक सुंदर आभा होती है। ये भावुकता के कारण बातों के हर पहलू पर विचार नहीं कर पाते। ये लोग दूसरों के साथ बहुत जल्दी गहरा सम्बंध बना बैठते हैं व उनकी हर तरीके से मदद करने को तैयार रहते हैं। हालांकि जब इन्हें स्वयं ऐसा ही व्यवहार नहीं मिलता तो आहत भी बहुत जल्दी हो जाते हैं। इनकी कल्पना का छोर काफी विस्तृत होता है। इन्हें बहुत बार एक कवि के रूप में बहुत अच्छी रचनाओं को जन्म देते पाया गया है।

आज जिन जातकों का जन्मदिन है इस साल आपके संघर्ष व मेहनत के पैमाने में इजाफा होगा। आपकी भागदौड़ बढ़ जाएगी। आप पर जिम्मेदारी पहले से अधिक होगी, जिन्हें आप बखुबी निभा पाएंगे। नवम्बर के माह में आपको चाहिए कि कोई ऐसी बात न कहें जो आपके ही विरुद्ध हो जाए। किसी महिला सहकर्मी या कर्मचारी से व्यवहार करते हुए सावधानी बरतें। दिसम्बर के माह का समय सामान्य रहेगा।

वर्ष 2021 की शुरुआत के माह में किसी जमीन के लेन-देन में सावधानी बरतें। हालांकि फरवरी के माह में किसी नए काम की शुरुआत की जा सकती है। आपको शुभ फलों को सुनिश्चित करने के लिए चाहिए कि अभिमान की भावना से दूर रहें। अप्रैल के माह का समय विद्यार्थियों के लिए उत्तम है। मन लगाकर अध्ययन करें, मेहनत के सकारात्मक परिणाम अवश्य प्राप्त होंगे। कारोबार व नौकरी में पदोन्नति के योग बनते हैं। मई के माह में कार्यभार बढ़ जाएगा। आप आलस्य भी महसूस कर सकते हैं। अपने स्वभाव पर अंकुश रखें व अपनी जिम्मेदारियों से मन न चुराएं अन्यथा कार्यक्षेत्र में उच्च अधिकारी के क्रोध का सामना भी करना पड़ सकता है। जून के महीने में मानसिक स्थिति तनावग्रस्त रहेगी। आप खर्चों पर अंकुश लगाएं तो बेहतर होगा। जुलाई के महीने में जीवनसाथी के कारण घर के बड़ों से विवाद हो सकता है। अगस्त के माह में काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है।

उपाय- इस वर्ष के शुभ फल प्राप्त करने के लिए काला-सफ़ेद कम्बल मंदिर में दान दें।

परनिंदा से परहेज करें।

कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं।

पिता के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें।

धर्म स्थल पर सेवा करें।

शनिदेव जी की प्रतिमा पर सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

हनुमान चालीसा का पाठ करें।

आचार्य लोकेश धमीजा
वेबसाइट – www.goas.org.in

 

 

 

Niyati Bhandari

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