श्राद्धों में बना शुभ संयोग, पाप या श्राप से पाएं मुक्ति

Monday, Sep 18, 2017 - 07:59 AM (IST)

आज 18 सितंबर का दिन बहुत सारे शुभ संयोग लेकर आया है। प्रथम तो आज भोले बाबा का प्रिय दिन सोमवार है, उस पर मघा त्रयोदशी और मासिक शिव रात्रि व्रत भी है। जाने-अनजाने में हुए पापों से व्यक्ति किसी न किसी श्राप का भागी बन जाता है। संसार में केवल देवों के देव महादेव हैं जो इससे मुक्ति दिला सकते हैं। कुछ श्राप तो ऐसे होते हैं जो कई जन्मों तक पीछा नहीं छोड़ते। अपने दुखों से मुक्ति पाने के लिए आज अवश्य करें ये उपाय। यदि आज किसी कारणवश न कर पाएं तो सोमवार के दिन भी ये उपाय किए जा सकते हैं।


स्नापयित्वा विद्यानेन यो लिंग स्नपनोदकम्। त्रि: पिबेत्त्रिविधं पापं तस्येहाशु विनश्यति।।


अर्थात- शिवलिंग को विधिपूर्वक स्नान करवा कर उस स्नान वाले जल का तीन बार जो भी व्यक्ति आचमन करता है उसके तीनों अर्थात शारीरिक, मानसिक तथा वाचिक पाप तत्काल नष्ट हो जाते हैं।


'शिव अपराध क्षमा स्तोत्र' अथवा  रुद्राष्टक का पाठ करें या करवाएं।


भगवान शिव का ध्यान, भजन और कीर्तन करने से भी पापों से मुक्ति मिलती है।


पंचामृत चढ़ाकर भगवान शिव के 'ऊँ नम: शिवाय' मंत्र का जाप करें।


संभव हो तो आज केवल जल और फल ग्रहण करके उपवास रखें।

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