आज है पितृ पक्ष 2019 का आख़िरी बुधवार, इस देवता का करें पूजन

Wednesday, Sep 25, 2019 - 01:19 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
28 सितंबर को इस साल के पितृ पक्ष का समापन होने को है। यानि आज से तीन दिन बाद 29 नवरात्रों प्रारंभ होगा। तो जो लोग पूरे पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध नहीं कर पाए उनके लिए अभी भी अपने पूर्वजों को प्रसन्न करने का मौका है। अब आप सोच रहे होंगे कि यकीनन हम आपके लिए श्राद्ध से जुड़ी जानकारी लेकर आए होंगे। मगर बता दें हम आपको बताने वाले हैं आज के यानि पितृ पक्ष के अंतिम बुधवार की खासियत के बारे में। पितृ पक्ष के आखिरी बुधवार यानि आज इंदिरा एकादशी का पर्व मनाया जा रहा है। एक तरफ जहां बुधवार को भगवान गणेश की पूजा होती है तो दूसरी ओर श्री हरि विष्णु की पूजा होती है। पितृ पक्ष के बुधवार को पड़ रही इंदिरा एकादशी को अधिक खास माना जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर आप इस दिन किसी भी प्राचीन गणेश मंदिर में जाते हैं तो आगे बताए गए दिव्य मंत्रों में से किसी भी एक मंत्र का केवल 108 बार जाप कर लें।

।। ॐ गं लक्ष्म्यौ आगच्छ आगच्छ फट् ।।
मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से दरिद्रता का नाश होता है और धन प्राप्ति के प्रबल योग बनने लगते हैं।

।। ॐ गं गणपतये सर्वविघ्न हराय सर्वाय सर्वगुरवे लम्बोदराय ह्रीं गं नमः ।।
इस मंत्र के उच्चारण से वाद-विवाद, कोर्ट कचहरी में विजय प्राप्ति होती है साथ ही साथ शत्रु भय से छुटकारा मिलता है।


।। ॐ नमः सिद्धिविनायकाय सर्वकार्यकर्त्रे सर्वविघ्न प्रशमनाय
सर्व राज्य वश्य कारनाय सर्वजन सर्व स्त्री पुरुषाकर्षणाय श्री ॐ स्वाहा।।

ज्योतिष विद्वानों के अनुसार  इस मंत्र का जप करने से यात्रा में सफलता मिलती है।


।। ॐ हुं गं ग्लौं हरिद्रा गणपत्ये वरद वरद सर्वजन हृदये स्तम्भय स्वाहा ।।
हरिद्रा गणेश साधना के इस चमत्कारी के जाप से सर्वत्र मंगल ही मंगल होता है।


।। ॐ ग्लौं गं गणपतये नमः ।।
उपरोक्त मंत्र का उच्चारण करने से गृह कलेश दूर होता है और घर में सुखशान्ति बनी रहती है।

।। ॐ गणेश महालक्ष्म्यै नमः ।।
भगवान गणेश और महालक्ष्मी का ये संयुक्त मंत्र व्यापार से सम्बन्धित बाधाएं, परेशानियां निवारण एवं व्यापर में निरंतर उन्नति के लिए जपा जाता है।


।। ॐ गं रोग मुक्तये फट् ।।
जिस किसी व्यक्ति को किसी भी तरह का कोई भयानक असाध्य रोग परेशान कर रहा है या उसका उचित इलाज करने पर भी लाभ प्राप्त नहीं हो रहा है तो पूर्ण विश्वास सें इस मंत्र का जप करें, धीरे-धीरे रोग मुक्त हो जाएंगे।

 

Jyoti

Advertising