भगवान की कृपा पाने के लिए हर इंसान को करने चाहिए ये काम

Tuesday, Jul 23, 2019 - 12:15 PM (IST)

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हर कोई चाहता है कि वह अपनी लाइफ में हर सुख को प्राप्त कर सके। सुखी और श्रेष्ठ जीवन के लिए शास्त्रों में कई नियम और परंपराएं बताई गई हैं। इन नियमों का पालन करने पर अक्षय पुण्य के साथ ही धन-संपत्ति की प्राप्त होती है और भाग्य संबंधी भी सभी मुश्किलें दूर हो जाती हैं। तो चलिए जानते हैं, उन नियमों के बार में। 

श्लोकः
विष्णुरेकादशी गीता तुलसी विप्रधेनव:।
असारे दुर्गसंसारे षट्पदी मुक्तिदायिनी।।

इस श्लोक में 6 बातें बताई गई हैं, जिनका ध्यान दैनिक जीवन में रखने पर सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो सकती हैं।

विष्णु पूजन
शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान विष्णु परमात्मा के तीन स्वरूपों में से एक जगत के पालक माने गए हैं। श्रीहरि ऐश्वर्य, सुख-समृद्धि और शांति के स्वामी भी हैं। विष्णु अवतारों की पूजा करने पर धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष, सब कुछ प्राप्त हो सकता है। 

एकादशी व्रत 
भगवान श्री हरि को समर्पित एकादशी का पालन जरूर करना चाहिए। हर माह में 2 एकादशी व्रत आते हैं और हर व्यक्ति को दोनों एकादशियों का पालन करने से भगवान की कृपा के साथ-साथ घर में सुख-शांति भी बनी रहती है।    

श्रीमद् भागवत गीता का पाठ
मान्यता है कि श्रीमद् भागवत गीता भगवान श्रीकृष्ण का ही साक्षात् ज्ञानस्वरूप है। जो लोग नियमित रूप से गीता का या गीता के श्लोकों का पाठ करते हैं, वे भगवान की कृपा प्राप्त करते हैं। जो भी शुभ काम करें, भगवान का ध्यान करते हुए करें, सफलता मिलने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी।

तुलसी पूजन
घर में तुलसी होना शुभ और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, ये बात विज्ञान भी मान चुका है। तुलसी की महक से वातावरण के सूक्ष्म हानिकारक कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। घर के आसपास की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। साथ ही, तुलसी की देखभाल करने और पूजन करने से देवी लक्ष्मी सहित सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।

ब्राह्मण का सम्मान  
पुरानी मान्यताओं के अनुसार ब्राह्मण सदैव आदरणीय माने गए हैं। जो लोग इनका अपमान करते हैं, वे जीवन में दुख प्राप्त करते हैं। ब्राह्मण ही भगवान और भक्त के बीच की अहम कड़ी है। ब्राह्मण ही सही विधि से पूजन आदि कर्म करवाते हैं। दुखों को दूर करने और सुखी जीवन प्राप्त करने के उपाय बताते हैं। अत: ब्राह्मणों का सदैव सम्मान करना चाहिए।

गाय की सेवा 
इस श्लोक में गौ यानी गाय का भी महत्व बताया गया है। जिन घरों में गाय होती है, वहां सभी देवी-देवता वास करते हैं। गाय से प्राप्त होने वाले दूध, मूत्र और गोबर पवित्र और स्वास्थ्यवर्धक हैं और ये बात विज्ञान भी स्वीकार कर चुका है कि गौमूत्र के नियमित सेवन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में भी राहत मिल सकती है। अगर हम घर पर गाय नही रख सकते तो गौशाला में ही किसी एक गाय की सेवा की जिम्मेदारी ले सकते हैं। 

Lata

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