Film industry में करियर बनाने वाले, जानें ये जरूरी बात

Saturday, Jan 04, 2020 - 07:43 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

फिल्मों की दुनिया एक प्रसिद्ध दुनिया है। इसमें रुपए-पैसे के साथ-साथ शोहरत भी मिलती है और दुनिया में नाम हो जाता है। इसलिए बहुत बड़ी संख्या में युवक-युवतियां फिल्मों में जाना चाहते हैं। फिल्मों में जाना और वहां नाम कमाना हर किसी के वश की बात नहीं होती क्योंकि फिल्म इंडस्ट्री एक चकाचौंध की दुनिया है और यहां अपनी प्रतिभा के दम पर ही अपने आप को जमाया जा सकता है। यदि प्रतिभा उत्तम कोटि की है तो सफलता मिलने की आशा होती है किन्तु प्रतिभा उत्तम कोटि की होने के बावजूद कई लोगों को इसमें सफलता प्राप्त नहीं होती क्योंकि उसके पीछे उनके ग्रहों का प्रभाव होता है।

फिल्मी दुनिया के कार्यक्षेत्र को जन्मकुंडली में कार्यक्षेत्र को दशम स्थान से देखा जाता है। यदि दशम स्थान और दशम स्थान का स्वामी ग्रह मजबूत हो तो फिल्मी दुनिया में अपना कदम रखा जा सकता है। फिल्मी दुनिया में सबसे अहम रोल मन का होता है क्योंकि मन से शरीर में भावनाएं प्रकट होती हैं और फिल्मों में शरीर को रोल के मुताबिक ढालना पड़ता है। मन का स्वामी है चंद्रमा और यदि जन्म कुंडली में चंद्रमा बलवान है और उसका संबंध दशम स्थान या द्वितीय स्थान से है तो जातक उत्तम कोटि का कलाकार बन सकता है। लग्न के स्वामी का तृतीय भाव से यदि संबंध हो तो फिल्मी दुनिया में जाया जा सकता है क्योंकि तृतीय भाव संचार, मीडिया में प्रचार करता है इसलिए तृतीय स्थान के स्वामी का बलवान होना और लग्न से उसका संबंध होना व्यक्ति को प्रसिद्ध कर देता है।

शुक्र चमक-दमक वाला ग्रह है। इसको भोग-विलास पसंद है। शुक्र ग्रह का अभिनय से सीधा संबंध है क्योंकि शुक्र ग्रह कला, नृत्य, संगीत, अभिनय आदि से जुड़ा हुआ है। यदि जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह का पंचम स्थान या इसके स्वामी ग्रह से संबंध हो और साथ में चंद्रमा से भी संबंध हो तो व्यक्ति अभिनय के क्षेत्र में नाम कमाता है और उसका अभिनय बहुत बढिय़ा होता है।

जन्म कुंडली में पंचम स्थान को मनोरंजन का और दशम को कर्म स्थान माना गया है। इसलिए यदि पंचम और दशम भाव के स्वामियों का आपस में संबंध हो तो व्यक्ति अभिनय क्षेत्र में जाता है। बुध ग्रह वाणी का स्वामी है इसलिए बुध का शुक्र और मन का कारक चंद्रमा से संबंध हो और लग्न का स्वामी बलवान हो तो व्यक्ति में बोलने की बहुत अच्छी शक्ति होती है और वह अपनी वाणी का जादू बॉलीवुड इंडस्ट्री में चलाता है। 

लग्न में शुभ ग्रह हो एवं लग्न का स्वामी बलवान हो, दशम स्थान का स्वामी और पंचम स्थान का स्वामी आपस में एक-दूसरे के स्थान में बैठे हों तो उसको अभिनय के क्षेत्र में सफलता मिलती है।

शुक्र, बुध और चंद्रमा का एक साथ होना और उस पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि व्यक्ति को अभिनय के क्षेत्र में उतार देती है।


 

Niyati Bhandari

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