वास्तु दोष मिटाने के साथ पुण्य प्राप्ति भी दिलाएंगे कपूर के ये अद्भुत उपाय

Monday, Nov 27, 2017 - 02:04 PM (IST)

कपूर उड़नशील वानस्पतिक द्रव्य है। यह सफेद रंग का मोम की तरह का पदार्थ होता है। इसमे एक तीखी गंध होती है। कपूर को संस्कृत में कर्पूर, फारसी में काफूर और अंग्रेजी में कैंफर कहते हैं। अक्सर लोग इसे आरती की थाल में रखते हैं क्योंकि आरती के बाद इसे जलाना शुभ माना जाता है और इससे वातावरण भी सुगंधित हो जाता है तथा मन में शांति मिलती है। 


वास्तु शास्त्र और ज्योतिष में भी इसके महत्व के बारे में जानने को मिलता है। तो आईए आज जानते हैं कैसे इसके प्रयोग से हमारे घर आदि की स्थिति को सुधारा जा सकता है और कैसे ये हमारे ऊपर पड़े ग्रहों के बुरे असर से हमें छुटकारा दिलाता है। 

 

कपूर से धन प्राप्ति 
गुलाब के फूल में कपूर के टुकड़े को रख शाम को उसे जला देवी दुर्गा को अर्पित करें। इससे धन की प्राप्ति के योग बनते हैं। 43 दिन तक एेसा करना लाभदायक माना जाता है। नवरात्रि में एेसा करना आधिक असरदायक माना जाता है।  

 

कपूर से चमकेगा भाग्य 
नहाने के पानी में कपूर के तेल की कुछ बूंदें मिलाने से शरीर तरोताजा रहता है एवं भाग्य चमकता है। हो सके तो इसमें कुछ बूंदें चमेली के तेल की भी मिला लें, इससे राहु, केतु और शनि दोष खत्म होने लगता है लेकिन एेसा सिर्फ शनिवार को ही करें। 

 

घर मेें सकारात्मक उर्जा को बढ़ाता है कपूर 
घर में सकारात्मक उर्जा को बरकरार या बढ़ाने के लिए रोज सुबह शाम कपूर को देसी घी में भिगोकर जलाएं और संपूर्ण घर में इसकी सुगंध को फैला दें। इसे रोज करने से घर में अमन शांति का माहौल सदैव बना रहता है।  

 

पति-पत्नी के बीच का तनाव करता है खत्म
रात को सोने से पहले पत्नी पति के तकिए के नीचे सिदूंर व कपूर की एक पुड़िया बनाकर रखे व पति पत्नी के तकिए के नीचे 2 कपूर ती टिकियां रखे। प्रातः होते ही उसे घर से बाहर कहीं दूर उचित स्थान फैंक दें यां कपूर को शयन कक्ष में ही जला दें। इससे पति-पत्नी के बीच रहने वाला तनाव समाप्त हो जाता है। 

 

पुण्य प्राप्ति के लिए कपूर का उपयोग
कपूर जलाने की परंपरा प्रचीन समय से चली आ रही है। शास्त्रों के अनुसार देवी-देवताओं के समक्ष कपूर जलाने से अक्षय पुणय की प्राप्ति होती है। इसलिए सुबह और शाम को संध्यावंदन के समय घर में कपूर जरूर जलाएं। 

 

वास्तु दोष मिटाने के लिए घर में रखें कपूर 
यदि घर के किसी स्थान पर वास्तु दोष निर्मित हो रहा है तो वहां कपूर की 2 टिकियां रखें। जब वह गलकर समाप्त हो जाएं तो उन्हें बदल दें। एेसे इसे बदलते रहने से घर में वास्तु जोष निर्मित नहीं होगा। 

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