नर्क का दरवाज़ा: जाने वाला कभी नहीं लौट पाया वापस, जानिए कहां है?

Saturday, Dec 28, 2019 - 11:56 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
विश्वभर में विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं। इसमें हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख, पारसी, जैन आदि सब प्रमुख है। प्रत्येक धर्म के अपने-अपने अलग रीति-रिवाज़ तथा मान्यताएं हैं। किंतु इन सभी धर्मों में एक बात ऐसी है जो सामान्य है। लगभग हर धर्म में स्वर्ग-नर्क का जिक्र मिलता है। बस फर्क इतना है हर धर्म के ग्रंथों में इनता वर्णन अलग-अलग ढांग से किगा गया है। बता दें हिंदू धर्म के साथ साथ अन्य धर्म में भी स्वर्ग और नर्क का मतलभ लगभग एक सामान है। इनके अनुसार स्वर्ग का मतलब उस जगह से जहां मृत्यु के बाद अच्छी आत्माएं जाती हैं तो नर्क वो स्थान है जहां मृत्यु के बाद बुरी आत्माओं एकत्रित की जाती हैं।

आज हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको एक ऐसा मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे नर्क के कुछ तथ्य जुड़े हुए हैं। जी हां, आप ने सही पढ़ा स्वर्ग नहीं नर्क। आज तक आप ने शायद ऐसे बहुत से मंदिरों के बारे में सुना होगा कि जिन्हें स्वर्ग से जोड़ा जाता है मगर आज हम उस मंदिर के  बारे में बताने जा रहे हैं जिसे नर्क से दरवाज़ा माना जाता है। ऐसी लोक मान्यता है इस दरवाज़े के पास जो भी जाता है वो कभी वहां से वापस नहीं आ पाता।

दरअसल जिस मंदिर की हम बात कर रहे हैं यह प्राचीन ग्रीक रोमन साम्राज्य के हीरापोलिस शहर में है। जो वर्तमान में दक्षिण पश्चिम टर्की के पमुक्कल शहर के नाम से जाना जाता है। बता दें कि, प्लूटो देवता के नाम पर जानवरों को मरने के लिए इस गुफा में डाल दिया जाता था और लोग इन जानवरों की मौत का तमाशा देखते थे।

‘नर्क का दरवाजा’ से कहा जाता है। यहां के स्थानीय लोगों का दावा है कि जो एक बार इस दरवाज़े में प्रवेश करता है वो कभी वापस नहीं लौटता। बताया जाता है इस मंदिर में पिछले कई वर्षों से लगातार बहुत रहस्यमयी मौतें हो रही हैं। ऐसा सिर्फ न केवल पशु-पक्षी के साथ होता बल्कि इंसानों के साथ भी ऐसा ही होता है।

यहां के रहने वाले लोगों का दावा है कि इंसान और जानवरों की मौतें यूनानी देवता की जहरीली सांसों की वजह से हो रही है। यहां धार्मिक क्रियाकलापों के नाम पर जानवरों को मरने के लिए डाल दिया जाता था। इसी क्रिया को प्लूटोनियम के नाम से जाना जाता है।

हालांकि वैज्ञानिकों का दावा है कि इस मौत के पीछे मंदिर के नीचे से लगातार रिसकर बाहर निकल रही कार्बन डाई ऑक्साइड गैस है, जो मंदिर के नीचे से लगातार रिसकर बाहर निकल रही है। जिस कारण मौतें लगातार यहां मौते हो रही हैं।

Jyoti

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