सुंदरता पाने के लिए ये दिन है बेहद खास

Friday, Dec 21, 2018 - 11:19 AM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा(video)
शुक्रवार दिनांक 21.12.18 को चतुर्दशी तिथि व रोहिणी नक्षत्र के मेल से बने अति शुभ रवियोग में शुक्र रोहिणी पर्व मनाएंगे। यह पर्व व व्रत अखंड सौभाग्यवतियों द्वारा पति की लंबी आयु के लिए मानते हैं। इस व्रत का संबंध रोहिणी नक्षत्र से है। भ्रचकर सारिणी के 27 नक्षत्रों में से रोहिणी चौथा नक्षत्र है। ज्योतिष के दार्शनिक खंडानुसार रोहिणी वृष राशि का मस्तक है। इसके पति चंद्र, स्वामी शुक्र व देवता ब्रह्मा है। रोहिणी को चंद्रमा की सबसे प्रिय पत्नी माना जाता है। माह में जब सुर्योदय के समय रोहिणी नक्षत्र आता है उस दिन रोहिणी पर्व मनाने का विधान है। रोहिणी पर्व में जामुन, घी व दूध, का दान करते है। जामुन के पेड़ को रोहिणी का प्रतीक मानते है। शुक्र रोहिणी पर्व देवी सौभाग्य लक्ष्मी को समर्पित है। इस पूजन में लक्ष्मी, चंद्र व प्रकृतिक जल स्रोत का पूजन करते हैं। रोहिणी पर्व के विधिवत पूजन से धन वृद्धि होती है, सौभाग्य वृद्धि होती है व सौन्दर्य वृद्धि होती है।

स्पेशल पूजन विधि: घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में गुलाबी कपड़ा बिछाकर सौभाग्य लक्ष्मी का चित्र स्थापित कर विधिवत पूजन करें। पीतल के दीपक में गाय के घी का दीप करे, चंदन से धूप करें, गुलाबी फूल चढ़ाएं। सफ़ेद चंदन चढ़ाएं। दूध में शहद, तिल व तुलसी पत्र मिलाकर भोग लगाएं। चंद्रमा के उदय होने पर चंद्रदेव का दशोपचार पूजन करें। गाय के घी का दीपक करें, कपूर जलाकर धूप करें, सफ़ेद फूल, चंदन, चावल, व इत्र चढ़ाएं, चांदी के पात्र में दूध व शहद से अर्ध्य दें, मावे का भोग लगाएं तथा कमलगट्टे की माला से इस विशिष्ट मंत्र का जाप करें। पूजन के बाद भोग किसी स्त्री को भेंट करें।

दिन का मुहूर्त: दिन 12:20 से दिन 14:40 तक।

चंद्र दर्शन मुहूर्त: शाम 17:25 से शाम 18:25 तक।

(चंद्रोदय) चंद्र पूजन मुहूर्त: शाम 18:25 से शाम 19:25 तक।

लक्ष्मी पूजन मंत्र: ॐ सौभाग्य लक्ष्म्यै नमः॥

चंद्र पूजन मंत्र: ॐ रोहिणीपतये नमः॥

स्पेशल टोटके:
सौन्दर्य में वृद्धि के लिए:
चंद्रदेव पर चढ़ी मुलतानी मिट्टी का फेसपैक के रूप में प्रयोग करें।

धन में वृद्धि के लिए: सौभाग्य लक्ष्मी पर चढ़े मोतीशंख गुलाबी कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें।

सौभाग्य में वृद्धि के लिए: सौभाग्य लक्ष्मी पर चढ़ी 16 गुलाबी कांच की चूड़ियां किसी सौभाग्यवति ब्राह्मणी को दान करें।

गुडलक के लिए: सौभाग्य लक्ष्मी पर चढ़े कमलगट्टे तिजोरी में रखें।

विवाद टालने के लिए: सौभाग्य लक्ष्मी पर चढ़े गोमतीचक्र जलप्रवाह करें।

नुकसान से बचने के लिए: सौभाग्य लक्ष्मी पर चढ़ा पंचामृत जलप्रवाह करें।

प्रोफेशनल सक्सेस के लिए: चंद्रदेव पर चढ़े अक्षत पर्स में रखें।

एजुकेशन में सक्सेस के लिए: सफ़ेद चंदन की माला से श्रीं मायालक्ष्म्यै नमः मंत्र का जाप करें।

फैमिली हैप्पीनेस के लिए: कमलगट्टे की माला से 'श्रीं श्रीं श्रीं इन्द्रमोहिन्यै नमः' मंत्र का जाप करें।

लव लाइफ में सक्सेस के लिए: पानी में रात-रानी का इत्र मिलाकर जलप्रवाह करें।

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com
क्या सिर पर पल्लू रखने रूढ़िवाद का प्रतीक है?(video)

Lata

Advertising