प्रातः उठकर बोलें ये 4 खास नाम, जाग जाएगी सोई किस्मत

Tuesday, Feb 27, 2018 - 12:23 PM (IST)

महापुराणों की सूची में 15वें पुराण के परिगणित कूर्मपुराण का विशेष महत्त्व है। इस पुराण में 17,000 श्लोक शामिल है। सर्वप्रथम भगवान विष्णु ने कूर्म अवतार धारण करके इस पुराण को राजा इंद्रद्युम्न को सुनाया था, पुनः भगवान कूर्म ने उसी कथानक को समुद्र-मंथन के समय इंद्रादि देवताओं तथा नारद आदि ऋषिगणों से कहा।


इस पुराण में हिंदू धर्म की कई प्रथाएं व रिवाज के बारे में बताया गया है, जो शुभ फल प्रदान करने वाले माने गए हैं। इनका पालन करने से व्यक्ति अपने बुरे समय व समस्याओं से छुटकारा पा सकता है। इसके साथ ही उसका दुर्भाग्य सौभाग्य में बदलने लगता है। 


कूर्म पुराण के 49वें अध्याय के एक श्लोक में चार ऐसे नामों का वर्णन किया गया है, जिनका उच्चारण करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। लेकिन इनको करते समय सही 
दिशा का ध्यान रखना अति आवश्यक माना जाता है। यदि इन नामों को उचित दिशा 
की ओर मुंह करके इन नामों को बोला जाए तो मनुष्य की सोई किस्मत जाग सकती है।


श्लोक
मानसोपरि माहेन्द्री प्राच्यां दिशि महापुरी।
दक्षिणेन यमस्याथ वरुणस्य तु पश्चिमे।।


अर्थात
मानसाचल की पूर्व दिशा में भगवान इंद्र की नगरी है। रोज सुबह उठते ही पूर्व दिशा की ओर मुंह करके भगवान इंद्र का नाम लेना और उनकी स्तुति करना शुभ होता है।

दक्षिण दिशा में भगवान यमराज का वास होता है, ऐसे में दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके यमराज का नाम लेना और उनकी स्तुति करना अच्छा होता है।

पश्चिम दिशा में वरुण देव का वास माना जाता है। रोज सुबह उठते ही पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके वरुण देव का नाम लेने और उनकी स्तुति करना शुभ होता है।

उत्तर दिशा में सोम यानि चंद्रमा का वास होता है। रोज सुबह उत्तर दिशा की ओर मुंह करके चंद्रमा का नाम लेना और उनकी स्तुति करना शुभ फलदायक होता है।

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