शुक्रनीति: ये 6 चीजें जीवन भर के लिए नहीं रह सकतीं साथ

Monday, Mar 26, 2018 - 04:17 PM (IST)

प्रत्येक व्यक्ति के पास कुछ खास चीजों का संग्रह होतो है, जिसे वो उसकी जान से भी प्यारी होती है। हर इंसान उन वस्तुओं पर अपान हक जमाए रखता है लेकिन एक समय एेसा आता है कि हर इंसान की वो खास चीजे उससे दूर हो जाती हैं। तो आईए आचार्य शुक्राचार्य की नीति के बारे में बताते हैं, जो यह साफ करेगा कि एेेसी कौन सी 6 चीजें हैं जो किसी व्यक्ति के पास जिंदगी भर रहनी संभव नहीं हैं। 

 

यौवन और रूप
आजकल बहुत से लोगों की यह चाह रहती है कि वह हमेशा यंग और खूबसूरत ही नजर आए। हमेशा सुंदर व जवान दिखने के लिए लोग न जानें अपने कितने पैसे महंगे कॉस्मेटिक व ब्यूटी पार्लर में खर्च कर देते हैं। बता दें कि यह प्रकृति का ही नियम है कि एक समय के बाद हर किसी का युवा अवस्था उसका साथ जरूर से छोड़ देती है। अब इंसान हमेशा यंग बने रहने के लिए कितनी भी कोशिशें क्यों न कर ले, उसे बुढ़ापा अपने घेरे में लेगा ही।


जीवन
किसी भी इंसान के लिए जन्म और मृत्यु एक अभिन्न अंग माना जाता है। जान लें कि जिसका जन्म हुआ है, उसकी मृत्यु भी अवश्य होगी। कोई भी इंसान अमर होकर धरती पर जन्म नहीं लेता। मनुष्य चाहे कितनी भी पूजा-पाठ कर लें या फिर दवाइयों का सहारा ले, लेकिन एक समय के बाद उसकी मृत्यु होनी ही है। इसलिए अपने या अपने किसी भी प्रियजन के जीवन से मोह बांधना अच्छी बात नहीं है।

 
मन
किसी ने सही कहा है कि अगर कोई इंसान अपने मन पर काबू कर ले तो उसे सफलता मिलने से कोई नहीं रोक सकता है। हर मनुष्य का मन बहुत ही चंचल होता हैं, यही मनुष्य की यह मनुष्य की प्रवृत्ति है। कई लोग बहुत कोशिशें करते हैं कि उनका मन उनके वश में ही रहे लेकिन कभी न कभी उनका मन उनके वश से बाहर चला ही जाता है और वह ऐसे काम कर जाते हैं, जो उन्हें नहीं करनी चाहिए। जहां कुछ लोगों का मन धन-दौलत में होता है, तो वहीं, कुछ लोगों का अपने परिवार में। यह सत्य है कि मन को पूरी तरह से वश में करना बहुत ही मुश्किल होता है, लेकिन योग और ध्यान की मदद से काफी हद तक आप अपने मन पर काबू पा सकते हैं।


परछाई
यह बात तो सभी जानते हैं कि मनुष्य की परछाई उसका साथ सिर्फ तब तक ही देती है, जब तक वह धूप में चलता है। जी हां, अंधकार आते ही मनुष्य की छाया भी उसका साथ छोड़ देती है। सोचने वाली बात यह है कि जब मनुष्य की अपनी छाया हर समय उसका साथ नहीं देती है तो ऐसे में किसी भी अन्य व्यक्ति से इस बात की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए कि वह हर समय और हर परिस्थिति में आपका साथ देंगे।


धन
भला धन व संपत्ति की चाह किसे नहीं होती है। हर मनुष्य चाहता है कि उसके पास धन-दौलत हो, क्योंकि वह मानता है कि जीवन की सभी सुख-सुविधाएं धन पर ही तो निर्भर करती हैं। ऐसे में बहुत से लोग धन से अपना मोह बांध लेते हैं, जो कि बहुत गलत है। ध्यान रखें कि मन की तरह ही धन का भी स्वभाव बड़ा ही चंचल होता है। वह हर समय किसी एक जगह पर या किसी एक के पास नहीं टिक पाता है। यही कारण है कि धन से मोह को बांधना बिल्कुल भी ठीक नहीं होता।


सत्ता या अधिकार
बहुत से लोगों को सत्ता यानि कि अधिकार पाने की चाह होती है। ऐसे लोग चाहते हैं कि उन्हें मिला पद या अधिकार पूरे जीवन उन्हीं के साथ रहें, लेकिन देखा जाए तो ऐसा होना संभव नहीं है। जान लें कि जिस तरह परिवर्तन प्रकृति का नियम है, उसी तरह पद और अधिकारों का परिवर्तन भी समय-समय पर बहुत जरूरी होता है और ऐसे में अपने वर्तमान पद या अधिकार को हमेशा अपने ही पास रखने की इच्छा मन में कभी नहीं आने देनी चाहिए।
 

Punjab Kesari

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