सुखी जीवन की निशानी ये 6 बातें !

Monday, Jan 07, 2019 - 04:05 PM (IST)

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महाभारत में हिदुर ने अपना मंत्री पद सम्भालकर अपने राज्य की सेवा की। महाभारत में विदुर ने कई नीतियों के बारे में बताया है। जो जीवन सम्बन्धित भी हर तरह से महत्वपूर्ण है। जिन नीतियों के बारे में उन्होंने महाभारत में कहा है वो जीवन में सही राह दिखाती हैं। अगर व्यक्ति अपने जीवन में उन नीतियों को अपनाता है तो वे अपनी परेशानियों का हल आसानी से पा सकता है। आज हम आपको विदुर नीति की उन 6 चीजों के बारे में बताएंगे, जिसे मनुष्य जीवन का सबसे बड़ा सुख माना गया है।

आरोग्यामानृण्यमविप्रवासः सद्धिर्मनुष्यैः सह स्मप्रयोगः।
स्वप्रत्यया वृत्तिरभीतवासः षड् जीवनलोकस्य सुखानि राजन्।।

अर्थ- निरोग रहना (स्वस्थ रहना), ऋणि न होना (किसी से उधार न लेना), परदेश में (अपने देश से बाहर) न रहना, अच्छे लोगों के साथ मेल होना, अपनी वृत्ति से जीविका चलाना (जीवन व्यापन के लिए किसी पर निर्भर न होना) और निडर होकर रहना- ये छः इस लोक के सुख है।

स्वस्थ रहना
स्वस्थ रहना व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा वरदान होता है। जो मनुष्य किसी न किसी बीमारी से घिरा रहता है उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि वे कोई भी काम ठीक से नहीं कर पाता। ऐसे मनुष्य को अपनी शरीर के साथ-साथ धन का भी नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए, कहा जाता है कि बीमारियों से बचे रहना सबसे बड़ा सुख है।
 
उधार न लेना
मनुष्य को हमेशा अपनी आमदनी के अनुसार ही अपने पैर पसारने चाहिए। कई लोग ऐसे होते है कि अपनी आय से ज्यादा ही खर्च कर लेते है। वे अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए दूसरों से उधार भी ले लेते हैं। दूसरों से लिया गया उधार कभी सुख नहीं देता। उसके बाद भी कई लोग लिया हुआ कर्जा चुका नहीं पाते और अपने साथ-साथ अपने परिवार को भी परेशानी में डाल देते हैं। विदुर नीति में कहा गया है कि जो व्यक्ति कर्ज से बचा रहता है, वे बहुत सुखी होता है।

अपने देश में रहना
आपने देखा होगा कि कई कारणों से लोग अपना देश छोड़कर किसी और देश में रहने लग जाते हैं। ऐसा करने का कारण चाहे जो भी हो, लेकिन अपने देश में रहने का जो सुख है, वह कहीं और नहीं मिल सकता। 

अच्छे लोगों के बीच रहना
जो व्यक्ति अच्छे और विद्वान लोगों से दोस्ती रखता है, उनके साथ अपना समय बिताता है, वह बहुत ही सुखी माना जाता है। बुरे लोगों की संगति का परिणाम भी बुरा ही होता है। 

किसी पर निर्भर न होना
जो मनुष्य हर तरह से दूसरों पर निर्भर न रह कर या अपने परिवार का जीवन यापन करने के लिए खुद धन कमाने के काबिल होता है, वे बहुत ही सुखी माना जाता है। कई लोग अपना जीवन चलाने के लिए दूसरों पर निर्भर रहते हैं, ऐसे लोगों का न तो स्वाभिमान होता है, न ही दूसरों की नजर में सम्मान। 

निडर जीना
जिन लोगों की अपने से ज्यादा ताकतवर इंसान से दुश्मनी होती है, वह पूरा समय उसी दुश्मन के बारे में सोचता रहता है। वो हर टाइम इसी डर में जीता है कि उसका दुश्मन कहीं उसका या उसके परिवार का बूरा न कर दे। इसलिए, जो व्यक्ति बिना किसी भय से अपना जीवन जीता है, वह सबसे सुखी माना जाता है।
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