माता चिंतपूर्णी के दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ थर्मल स्क्रीनिंग होगी ज़रूरी

Monday, Sep 21, 2020 - 11:33 AM (IST)

शास्त्रों के साथ, जानें धर्म के साथ
जालंधर: हिमाचल सरकार ने भले ही पंजीकरण को खत्म कर लोगों को राज्य आने की अनुमति दे दी है लेकिन कोई भी श्रद्धालु बिना पंजीकरण करवाए माता चिंतपूर्णी दरबार में माथा टेक नहीं सकेगा। माता चिंतपूर्णी दरबार के पंडित प्रिंस कालिया ने बताया कि पंजाब या बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन पास बनवाना पड़ेगा। जिसके बाद ही श्रद्धालु मंदिर परिसर में माथा टेकने के लिए जा सकेेंगे। आंकड़ों की बात करें नए अपडेट के अनुसार  तो रविवार को करीब 4800 से अधिक लोगों ने माता चिंतपूर्णी के दर्शन किए। उन्होंने बताया कि हिमाचल सरकार के आदेशों के मुताबिक कोरोना के बचाव व लोगों को सुरक्षा के मद्देनज़र 10 साल से नीचे व 60 साल से ज्यादा आयु के बुजुर्गों व गर्भवती महिलाओं को मंदिर जाने की अनुमति नहीं दी गई। 

मंदिर मार्ग पर सोशल डिस्टेंस के लिए लगाए गए पेंट से पक्के गोले
कोरोना के बचाव व श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मंदिर मार्ग पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए प्रसाशन द्वारा पेंट के पक्के गोले लगवाए गएं हैंव मंदिर मार्ग पर सुरक्षा कर्मियों को कोविड-19 के नियमों की पालना करवाने के लिए विशेष रूप से तैनात किया गया है। वहीं दूसरों तरफ़ मंदिर मार्ग पर ज्यादातर दुकानें व होटल बंद पड़े हैं।  


ए.डी.वी बिल्डिंग में बनेगा दर्शन पास, आधार कार्ड ज़रूरी
कुछ समय पहले हिमाचल सरकार ने मंदिर में माथा टेकने आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए कोवि-19 की नैगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य किया था। लेकिन अब नियमों में बदलाव करने के बाद मंदिर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को माता चिंतपूर्णी बस स्टेंड पहुंचने के बाद ए.डी.बी बिल्डिंग में दर्शन पास के लिए सोशल डिस्टैसिंग की पालना करते हुए लाइन में लगना होगा। इसके बाद हर श्रद्धालु की थर्मल स्क्रीनिंग करने के साथ-साथ उनकी 1 फोटो खींची जाएगी। अगर थर्मल स्क्रीनिंग में किसी भी श्रद्धालु को बुखार सामने आता है तो उसे मंदिर मार्ग में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके बाद श्रद्धालु को टोकन नं. दिया जाएगा। टोकन नं. मिलने के बाद श्रद्धालु दर्शन पास बनवाने के लिए दूसरे कांउटर पर जाएगा, जहां मंदिर जाने वाले हर श्रद्धालु को अपना आधार कार्ड नं. व मोबाईल नं. देना अनिवार्य होगा। 

इसके तहत चाहे परिवार के पांच सदस्य हो सभी के लिए आधार कार्ड नं. अनिवार्य होगा। आधार नं. व मोबाईल नं. देने व श्रद्धालुओं का पंजीकारण होने के बाद उन्हें ऑन दी स्पोर्ट दर्शन पास दिया जाएगा, जिसे लेकर श्रद्धालु माथा टेकने के लिए भवन की तरफ़ जा सकेंगे। मां चिंतपूर्णी के दर्शन करने से पहले मंदिर मार्ग पर खड़े सुरक्षा कर्मी पहले श्रद्धालुओं का दर्शन पास चेक करेंगे, जिसके बाद उन्हें आगे जाने की अनुमति दी जाएगी। 

प्रातः 8 से शाम साढ़े 6 बजे तक ही बनेंगे दर्शन पास
माता चिंतपूर्णी दरबार में माथा टेकने वाले श्रद्धालुओं के लिए दर्शन पास प्रातः 8 बजे से शाम साढ़े 6 बजे तक की बनेंगे। पंडित प्रिंस ने बताया कि पास बनने के बाद शाम 7 बजे तक श्रद्धालुओं को माथा टेकना अनिवार्य होगा, जिसके बाद किसी को भी मंदिर में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रातः काल व सायं काल, आरती में सिर्फ पुजारी परिवरा को ही जाने की अनुमति होगी। 

Jyoti

Advertising