जुड़िए दुनिया की प्राचीनतम देव भाषा संस्कृत

Friday, Mar 19, 2021 - 06:12 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
संस्कृत भारत से जुड़ी प्राचीन भाषा है। इसे दुनिया की प्राचीनतम भाषा माना जाता है जो कम से कम 6000 वर्ष या इससे भी अधिक पुरानी है। संस्कृत को देवभाषा माना जाता है जो मूलभूत ध्वनियों से बनी है। यह भाषा सिस्टेमैटिक तरीके से विकसित हुई है जिसमें ध्वनियां प्राकृतिक तरीके से विकसित होती हैं। इसमें स्वर, अर्धस्वर और व्यंजनों को मिलाकर कुल 49 अक्षर शामिल हैं। प्रत्येक अक्षर से एक ध्वनि निकलती है जो सृष्टि से संबंधित है। लिखित वर्णमाला को देवनागरी कहा जाता है जिसका शाब्दिक अर्थ है देवताओं की नगरियां।  

प्रत्येक अक्षर की ध्वनि किसी देवता विशेष की तरह होती है जो ध्वनि का प्रतिनिधित्व करता है। संस्कृत मंत्रों की भी भाषा है। इन शब्दों की खोज भारत के प्राचीन ऋषियों ने की थी। यह ध्वनियों का एक विशेष समूह है जिनके उच्चारण अथवा ध्यान से मन, चित्त और प्राकृतिक दुनिया पर विशेष प्रभाव पड़ता है।

Jyoti

Advertising