आज की खूबसूरत सुबह में करें ये काम, टेंशन-परेशानी सदा के लिए जाएगी भाग

Monday, Feb 24, 2020 - 07:23 AM (IST)

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अक्सर यह देखने में आता है कि व्यक्ति अचानक ही परेशानियों और विपत्तियों से दो-चार हो जाता है और कभी-कभी तो ये समस्याएं उसका पीछा भी नहीं छोड़तीं। घोर परेशानियों और विपत्तियों से बचने के लिए साधक दक्षिण दिशा की तरफ मुंह कर रात्रि में एक थाली में काजल से ‘क्लीं’ लिखे। उस पर पुष्प आदि अर्पित कर पीले हकीक को स्थापित कर दें। अब इस पीले हकीक का कुमकुम, चावल, पुष्प आदि से पूजन करें।

मंत्र: ॐ अदृश्य देवाय विघ्न विनाशाय हूं फट् स्वाहा।।

उपरोक्त मंत्र का एक हजार जाप प्रतिदिन मूंगे जैसी लाल माला से करते हुए एक दिन प्रयोग करें। साधक को तेल एवं गुड़ डाल कर आटे का हलवा बनाना चाहिए, यदि हलवा न बना सकें तो थोड़ा सा मेवे का प्रसाद बाजार से खरीद कर रखें। जब हजार जाप पूर्ण हों तब साधक हलवा एवं जल पात्र ले जाकर चौराहे पर हलवा रख दें एवं जल से उसके चारों ओर पानी का घेरा बना दें। फिर पीछे देखे बिना वापस घर आ जाएं, इस प्रकार एक दिन करें। वापस आकर स्नान आदि से निवृत्त होकर दैनिक कार्य में लग जाएं।
 
दूसरे दिन प्रात: पीले हकीक को कपड़े में लपेट कर अपने बाजू पर बांध दें। इस हकीक को 18 दिन तक अपने बाजू पर बंधा रहने दें। 19वें दिन किसी भिखारी को उचित दक्षिणा के साथ यह हकीक भी दान कर दें। इस प्रकार एक रात्रि प्रयोग किया जाता है। इसके बाद और अन्य कोई विशेष विधि-विधान की आवश्यकता नहीं। इस प्रयोग के बाद व्यक्ति के दैनिक जीवन में आने वाली रुकावटों का अंत हो जाता है।

मानसिक शांति एवं कार्य की सफलता 
जन्म कुंडली में चंद्रमा पाप पीड़ित या अशुभ होने पर पारिवारिक अशांति, धन की कमी तथा कार्य संचालन में परेशानी देता है। इसके निवारण के लिए रविवार की रात को सोते समय, चांदी या स्टील के गिलास में थोड़ा कच्चा दूध सिरहाने रख कर सो जाएं। सोमवार की सुबह इस दूध को कीकर (बबूल) के पेड़ पर चढ़ा आएं। गिलास को किसी बर्तन से न ढकें।

Niyati Bhandari

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