Telangana: खोदी जमीन और निकला मंदिर, सामने आई 1300 साल पुरानी सच्चाई

Wednesday, Mar 06, 2024 - 12:23 PM (IST)

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Telangana: हर युग बदलता है। धीरे-धीरे एक संस्कृति जमींदोज हो जाती है और इसी इतिहास को देखने, समझने के लिए पुरातत्व विभाग शोध में लगा रहता है। खुदाई की जाती है, जिसमें कई बार चौंकाने वाली चीजें मिल जाती हैं। हाल ही में तेलंगाना के नलगोंडा जिले में भी कुछ ऐसा मिला, जो पुरातत्वविदों को हैरान कर गया।

कृष्णा नदी के किनारे बसे मुदिमानिक्यम गांव में साइंटिस्ट जमीन की खुदाई करवा रहे थे, तभी उन्हें पत्थर टूटने की आवाज सुनाई दी। जब मिट्टी हटाई गई तो दुर्लभ शिलालेख के साथ बादामी चालुक्य काल के 2 मंदिर मिले। अनुमान है कि ये मंदिर 1,300 साल से अधिक पुराने हैं। इनके साथ मिला शिलालेख 1,200 साल पुराना है।

मुदिमानिक्यम गांव में पब्लिक रिसर्च इंस्टीच्यूट ऑफ हिस्ट्री के डॉ. एम.ए. श्रीनिवासन और एस. अशोक कुमार की टीम यह खुदाई करवा रही थी। साइंटिस्ट्स के मुताबिक, पूरी संभावना है कि शिलालेख 8वीं या 9वीं शताब्दी ईस्वी पूर्व का है। तब बादामी चालुक्य वंश का शासन हुआ करता था। मंदिरों की अद्वितीय स्थापत्य शैली देखते ही बनती है। इस शिलालेख में ‘गंडालोरंरू’ शब्द लिखा गया है, जो उस वक्त का शब्द है।

Prachi Sharma

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