अगर पूजा से पहले नहीं बनाया स्वास्तिक चिह्न तो...

Wednesday, May 08, 2019 - 02:22 PM (IST)

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जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार आज यानि 8 वैशाख शुक्ल की चतुर्थी तिथि को सिद्धि विनायक चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन हर कोई शिव के पुत्र गणेश जो को प्रसन्न करने में लग जाता है। क्योंकि मान्यता है कि इस दिन जो भी भगवान इनकी सच्चे व शुद्ध ह्रदय से अराधना करता है उन पर इनकी कृपा दृष्टि ज़रूर बरसती है। इस दिन की विशेषता व खास मह्त्व के चलते ही लोग इनकी पूजा-अर्चना करते हैं। लेकिन आपको बता दें कि श्री गणेश न केवल इस दिन ही अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं तो बल्कि प्रत्येक दिन उन पर मेहरबान होते हैं। जी हां उसके लिए आपको कुछ ज्यादा करने की ज़रूरत भी नहीं पड़ेगी बस एक छोटा सा काम करके आप बप्पा को खुश कर सकते हैं। तो अगर आप भी चाहते हैं कि गणपति आप पर न केवल एक दिन बल्कि हर दिन मेहरबान रहें तो आगे बताए जाने वाली जानकारी ज़रूर पढ़ें।

आप में से लगभग लोग जानते होंगे कि गणेश जी को प्रथम पूज्य का दर्जा प्राप्त है। जिस कारण प्रत्येक पूजा के शुरुआत इनके आवाहन से ही होती है। मगर आपको बता दें इनके आवाहन के साथ ही इनकी पूजा से पहले गणेश जी का प्रतीक चिह्न स्वास्तिक बनाया जाना अनिवार्य होता है। इसे बनाने के पीछे का कारण इनका प्रथम पूज्य देव होना है।

माना जाता है कि स्वास्तिक बनाकर पूजा करने से समस्त धर्म-कर्म सफल होते हैं और जिन मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए पूजा की जाती है, वे पूर्ण होती हैं। लेकिन वहीं अगर इसे बनाते समय ज़रू सी भी हलती हो जाए तो सारी पूजा व्यर्थ मानी जाती है। तो आइए जानते हैं सफलता के लिए स्वास्तिक बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

ध्यान रहे कि स्वास्तिक कभी भी आड़ा-टेढ़ा न हो, ये एकदम सीधा और सुंदर बनना चाहिए।

इस बात पर भी गौर करें कि घर में कभी भी उल्टा स्वास्तिक नहीं बनें क्योंकि उल्टा स्वास्तिक केवल मंदिरों में बनाया जाता है। मान्यता है कि किसी खास मनोकामना के लिए ही मंदिर में उल्टा स्वास्तिक बनाते हैं।

स्वास्तिक हमेशा घर के साफ और पवित्र स्थान पर बनाना चाहिए। इस बात का खास ख्याल रखें कि जहां स्वास्तिक बनाएं, वहां बिल्कुल भी गंदगी न हो।

जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में परेशानियां हो उन्हें पूजा करते समय हल्दी से स्वास्तिक बनाना चाहिए, लाभ होता है। अन्य प्रकार की मनोकामनाओं के लिए कुमकुम से स्वास्तिक बनाना चाहिए।

ज्योतिष के अनुसार स्वास्तिक धनात्मक यानि सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। दरवाज़े पर स्वास्तिक बनाने से घर में नकारात्मकता प्रवेश नहीं करती, दैवीय शक्तियां आकर्षित होती हैं।

Jyoti

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