Surya Grahan 2025: इस दिन लगेगा साल का दूसरा ग्रहण, जानिए भारत पर इसका असर होगा या नहीं ?
punjabkesari.in Sunday, Aug 10, 2025 - 11:12 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Surya Grahan 2025: साल 2025 खगोलीय दृष्टि से बेहद खास है क्योंकि इस साल कुल दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण लगने वाले हैं। इनमें से साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को होगा। हर सूर्य ग्रहण की तरह, यह भी वैज्ञानिकों, खगोल प्रेमियों और ज्योतिष शास्त्र में रुचि रखने वालों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन क्या यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई देगा ? और अगर नहीं, तो इसका भारत पर कोई असर पड़ेगा या नहीं? आइए जानते हैं इस विषय में विस्तार से।
सूर्य ग्रहण क्या होता है?
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है और कुछ समय के लिए सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता। यह तीन प्रकार के होते हैं:
पूर्ण सूर्य ग्रहण – जब चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य को ढक लेता है।
आंशिक सूर्य ग्रहण – जब चंद्रमा सूर्य का कुछ हिस्सा ही ढकता है।
वलयाकार ग्रहण – जब चंद्रमा सूर्य के बीच आता है लेकिन उसका आकार छोटा होता है, जिससे सूर्य एक अंगूठी की तरह दिखाई देता है।
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण कब और कहां लगेगा
ज्योतिष गणना के अनुसार 21 सितंबर 2025 को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा और यह भारत में दिखाई नहीं देगा। पूर्वी ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अंटार्कटिका और दक्षिणी प्रशांत महासागर में यह ग्रहण दिखाई देगा। इसका मतलब है कि भारत में इस सूर्य ग्रहण का कोई प्रत्यक्ष दृश्य प्रभाव नहीं होगा।
क्या भारत में सूतक काल मान्य होगा ?
सूर्य ग्रहण से जुड़ा एक अहम धार्मिक पहलू है सूतक काल। हिंदू धर्म में सूतक काल एक ऐसा समय होता है जिसमें धार्मिक कार्य, पूजा, खाना पकाना या खाना खाने जैसी चीजों से परहेज़ किया जाता है। लेकिन सूतक काल उसी स्थिति में मान्य होता है जब ग्रहण किसी स्थान पर दिखाई दे। चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल लागू नहीं होगा।