धनु राशि में साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, 57 साल बाद लगेगा

Wednesday, Dec 25, 2019 - 09:38 AM (IST)

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इस वर्ष का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर, गुरुवार को सुबह लगने जा रहा है। दिल्ली के समय के हिसाब से सूर्य ग्रहण 8.17 बजे शुरू होगा और 9.30 बजे ग्रहण अपने उच्चतम स्तर पर होगा। प्रात: 10.57 बजे ग्रहण खत्म होगा और इसका सूतक बुधवार रात 8.00 बजे शुरू हो जाएगा। दक्षिण भारत में ग्रहण की सम्पूर्ण कंकण आकृति दिखाई देगी और यह केरल तथा तमिलनाडु व कर्नाटक में देखा जा सकेगा जबकि देश के अन्य राज्यों में सूर्य ग्रहण खंडग्रास के रूप में ही दिखाई देगा। ग्रहण का प्रभाव सामान्य तौर पर 40 दिन तक रहता है, लिहाजा इस ग्रहण का विभिन्न राशियों पर भी असर देखने को मिलेगा। यह ग्रहण धनु राशि में लग रहा है और ग्रहण के समय धनु राशि में सूर्य व केतु के अलावा शनि, गुरु, बुध व चंद्रमा भी मौजूद रहेंगे। लिहाजा 5 ग्रह ग्रहण के प्रभाव में होंगे। 1962 के बाद पहली बार इतना बड़ा ग्रहण लग रहा है। 5 फरवरी, 1962 को लगे सूर्य ग्रहण दौरान सूर्य के अलावा चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि भी ग्रहण के प्रभाव में आ गए थे और उस समय मकर राशि में 8 ग्रह गोचर कर रहे थे। आइए जानते हैं कि किस राशि पर ग्रहण का क्या प्रभाव पड़ेगा। 

मेष : इस राशि से नवें भाव में ग्रहण लगेगा और यह भाव भाग्य स्थान के रूप में जाना जाता है। पंचम भाव के मालिक सूर्य को ग्रहण लगने के कारण संतान पक्ष से दिक्कत हो सकती है। खर्चों में वृद्धि के योग हैं। इसके अलावा मां की सेहत का भी खास ध्यान रखना होगा।

वृषभ : दशम भाव में ग्रहण से कार्यस्थल पर परेशानी हो सकती है। सेहत को लेकर चिंता बनी रहेगी। यदि आप पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं तो दवा लेने में लापरवाही न करें। रोग बिगड़ सकता है। भाई-बहनों के साथ संबंधों में भी खटास आ सकती है। लिहाजा वाणी पर नियंत्रण रखें।

मिथुन : सातवें भाव में ग्रहण लगने से जीवनसाथी की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। आपसी संबंधों में भी खटास आने के योग हैं। तृतीय भाव के मालिक को ग्रहण के कारण छोटे भाई-बहनों की सेहत भी प्रभावित हो सकती है। कार्यस्थल पर अनावश्यक विवाद से बचें। 

कर्क : इस राशि के जातक वाणी पर विशेष रूप से नियंत्रण रखें। मित्रों व कुटुम्ब के साथ रिश्तों पर असर पड़ सकता है। छठे भाव में ग्रहण लगने के कारण शरीर के निचले हिस्से में कोई समस्या पैदा हो सकती है। खासतौर पर जिन लोगों को पेट की समस्या है उन्हें इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।

सिंह : इस राशि के मालिक सूर्य को ही ग्रहण लग रहा है लिहाजा सेहत पर इसका बुरा असर पड़ सकता है।  इस राशि के जातकों की संतान के लिए भी यह ग्रहण शुभ नहीं है। आय को लेकर भी दिक्कतें हो सकती हैं। पैसा फंसने के योग बन रहे हैं, लिहाजा उधारी देने से बचें। 

कन्या : चौथे भाव में ग्रहण मां की सेहत के लिए शुभ नहीं है। यदि नया मकान अथवा वाहन खरीदने की योजना बना रहे हैं तो उसके लिए यह समय सही नहीं है। 12वें भाव के मालिक को ग्रहण लगने के कारण खर्चों में अधिकता रह सकती है। सेहत का विशेष रूप से ध्यान रखें।

तुला : ग्रहण का प्रभाव आमदन पर पड़ेगा। कारोबारियों की पेमैंट मिलने में दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा भाई-बहनों की सेहत को लेकर भी चिंता बनी रह सकती है। कोर्ट-कचहरी के मामलों के लिए समय अच्छा नहीं है। लिहाजा विवाद में पडऩे से बचें। यात्रा का कार्यक्रम टाल दिया जाए।

वृश्चिक: दूसरे भाव में ग्रहण ससुराल पक्ष और मित्रों के साथ संबंधों को लेकर अच्छा नहीं है। ससुराल पक्ष में स्वास्थ्य संबंधी समस्या भी आ सकती है। दशम भाव के मालिक को ग्रहण के चलते आफिस में बॉस के साथ विवाद हो सकता है। कार्यस्थल पर संयम से काम लें। 

धनु: ग्रहण इसी राशि में लग रहा है लिहाजा धनु राशि के जातकों को सबसे ज्यादा सावधान रहना पड़ेगा। भाग्य स्थान के मालिक को ग्रहण के चलते आपके बनते काम भी रुक सकते हैं। सेहत को लेकर विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। मां की सेहत को लेकर भी चिंता बनी रह सकती है।

मकर: 12वें भाव में ग्रहण के चलते विदेश से संबंधित मामलों में दिक्कत होगी। खर्चे बढ़ सकते हैं। यदि किसी पुरानी बीमारी से जूझ रहे हैं तो अस्पताल जाने की नौबत आ सकती है। अष्टम भाव के मालिक को ग्रहण लगने के कारण रिसर्च से जुड़े स्टूडैंट्स के लिए भी ग्रहण अच्छा नहीं है। 

कुम्भ: इस राशि के जातकों को जीवनसाथी की सेहत को लेकर खासतौर पर सतर्क रहना होगा क्योंकि 7वें घर के मालिक सूर्य को ग्रहण लग रहा है। इसके अलावा संतान की सेहत को लेकर भी चिंता बनी रहेगी। युवा जोड़ों के लिए भी ग्रहण अच्छा नहीं है। रिश्तों में दरार आ सकती है।

मीन: छठे भाव के मालिक सूर्य को ग्रहण लगने के कारण व्यर्थ के वाद-विवाद में फंस सकते हैं। लिहाजा किसी के विवाद में पडऩे से बचें। सेहत को लेकर भी सतर्क रहने की जरूरत है। कार्यस्थल पर थोड़ी-सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। लिहाजा संयम से काम लें। 

गर्भवती स्त्रियां विशेष ध्यान रखें
ग्रहण के समय दान का विशेष महत्व है, लिहाजा ग्रहण के दौरान सूर्य से जुड़ी वस्तुओं के दान से ग्रहण के प्रभाव को कम किया जा सकता है। गर्भवती स्त्रियां इस दौरान विशेष तौर पर ध्यान रखें। ग्रहण के दौरान गेहूं, ताम्बा, सोना, लाल गाय, गुड़, लाल चंदन व केसर के दान का विशेष महत्व है। इसके अलावा सूर्योदय के समय सूर्य के बीज मंत्र से भी ग्रहण का प्रभाव कम हो सकता है। 

ग्रहण का असर उन जातकों पर ज्यादा पड़ेगा जिनकी कुंडली में सूर्य स्थिति अच्छी नहीं है और सूर्य की अंतर्दशा तथा महादशा खराब चल रही है। लेकिन यदि जातकों की कुंडली में महादशा अथवा अंतर्दशा ठीक चल रही है तो ग्रहण का प्रभाव ज्यादा नहीं देखने को मिलेगा। - पंडित राजिंद्र बिट्टू

Niyati Bhandari

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