Surya grahan 2023: 20 अप्रैल को लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानें 12 राशियों पर इसका प्रभाव व उपाय

Wednesday, Apr 05, 2023 - 11:12 AM (IST)

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Surya grahan 2023: 20 अप्रैल के दिन भारतीय समय के अनुसार सुबह 7 बजकर 5 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक सूर्य ग्रहण लगेगा। हालांकि ये ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। इसका असर भारत में नहीं देखने को मिलेगा लेकिन इसका असर कुंडलियों में जरूर आएगा। यदि इस समय में कोई महिला गर्भ अवस्था में है तो उनको इस ग्रहण में बहुत ही ध्यान रखना होगा। सूर्य ग्रहण कभी शुभ नहीं होता। जब सूर्य को ग्रहण लग रहा है उस समय शनि वक्री अवस्था में नहीं है। तो आइए जानते हैं कि 12 राशियों पर सूर्य ग्रहण का क्या असर देखने को मिलेगा।


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मेष राशि:
मेष राशि में ही ये ग्रहण लग रहा है और ये ग्रहण लग रहा है अश्विनी नक्षत्र में। सूर्य इस कुंडली में पंचम के स्वामी बनते हैं तो यहां पर आपको सावधान रहने की जरूरत है। चंद्रमा आपका मेष राशि का है, इसका मतलब स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो सकती है। 20 अप्रैल से अगले 45 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है। बिजनेस पार्टनर और लाइफ पार्टनर की सेहत को लेकर भी सावधान रहें। पंचम स्थान संतान का भाव होता है। संतान को लेकर थोड़ी सी दिक्कत आ सकती है। उसकी सेहत को लेकर भी सावधान रहना होगा।

उपाय: लगातार 45 दिन तक सूर्य देव के मंत्रों का जाप करें। सूर्य हेल्थ के कारक हैं।

वृष राशि: वृष राशि के जातकों के लिए ग्रहण बारहवें भाव में लग रहा है। बारहवां भाव आपकी कुंडली में अनिद्रा का भाव होता है। खर्चा भी यही से आता है। जब बारहवें भाव को ग्रहण लगेगा तो छठे भाव पर सूर्य की दृष्टि है। ये भाव भी पीड़ित होगा। ये रोग, ऋण, शत्रु का भाव है। किसी और को पैसे देने से बचें और खर्चों पर थोड़ा लगाम लगाकर रखें। आपकी कुंडली में सूरज चौथे भाव के मालिक बनते हैं। चौथा भाव सुख स्थान होता है। चौथा भाव मां का स्थान होता है। मां कि सेहत को लेकर थोड़ी चिंता सताएगी। अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बना रहे हैं तो अगले 45 दिनों तक इस फैसले को टाल दें।

मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य ग्यारहवें भाव से गोचर करेंगे। ग्यारहवें भाव से संबंधित जो फल है उनकी हानि हो सकती है। ग्याहरवां भाव आय का भाव, प्रमोशन का भाव होता है। यहां पर आपको थोड़ा सा इंतजार करना पड़ सकता है। यदि आपका रिश्ता होने वाला है तो उसमें भी अड़चन का सामना करना पड़ेगा। सूर्य आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी बनते हैं। तीसरा भाव साहस का भाव है। हो सकता है कि इन दिनों में आप थोड़ा कंफ्यूज रहें। किसी की मदद ले सकते हैं। छोटे भाई की सेहत का खास ध्यान रखें।

कर्क राशि: कर्क राशि के लिए यह ग्रहण दसवें भाव में लग रहा है। ये आपके पिता का भाव है और यही से आपकी जॉब और प्रोफेशन देखी जाती है। हो सकता है कार्यस्थल पर किसी के साथ मतभेद हो जाए। सूर्य यदि दशम में बैठेंगे तो चौथे भाव को देखेंगे। वाहन या कोई भूमि खरीदना चाहते हो तो इस फैसले को टाल देना ही सही रहेगा। खान-पान पर ध्यान दें।

सिंह राशि: सिंह राशि सूर्य की अपनी राशि है यानी कि आपके राशि के स्वामी को ही ग्रहण लग रहा है। सिंह राशि की कुंडली में ग्रहण लग रहा है नौवें स्थान में। अपनी इच्छा के मुताबिक फल नहीं मिलेगा। अगर कोई काम कर रहे हैं तो उसमें अड़चन देखने को मिल सकती है। आपकी कुंडली में केतु विराजमान हैं। वहां पर आपकी भाई की सेहत को लेकर थोड़ी सी दिक्कत हो सकती है।

कन्या राशि: कन्या राशि के लिए सूर्य बारहवें भाव के स्वामी बनते हैं। बारहवें भाव का स्वामी ग्रहण में चला जाएगा। अष्टम भाव में सूर्य का चले जाना अच्छा नहीं होता। अष्टम भाव से आयु, दुर्घटना देखी जाती है। दूसरा भाव मारकेश होता है। दूसरे भाव में केतु विराजमान हैं। यहां पर सूर्य की दृष्टि पड़ रही है। अगर आपको सेहत में थोड़ा सा भी बदलाव देखने को मिल रहा है तो उसे नजरअंदाज न करें, नहीं तो लंबी बीमारी बन सकती है। ड्राइविंग थोड़ी संभल कर करें।

तुला राशि: तुला राशि के जातकों के लिए ग्रहण लग रहा है सप्तम भाव में। सप्तम भाव आपके पार्टनर का भाव है। तुला राशि के लिए सूर्य ग्यारहवें भाव के मालिक बनते हैं। इसके ऊपर राहु की दृष्टि भी पड़ रही है। आय प्रभावित हो सकती है। पार्टनर और अपनी सेहत का विशेष रूप से ध्यान रखें।

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातकों के लिए ग्रहण लग रहा है छठे भाव में। छठा भाव रोग, ऋण और शत्रु का भाव है। किसी की गारंटी न लें, बेवजह के मसले में अपनी टांग न अड़ाएं। सेहत के लेकर बिलकुल भी लापरवाह न रहें। 20 अप्रैल के बाद अगले 45 दिनों तक खर्चे बढ़ सकते हैं। अनावश्यक खर्चे आ सकते हैं। जॉब में थोड़ी सी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।



धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए ग्रहण लगेगा पंचम भाव में। खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को संभल कर रहने की जरुरत है। पंचम भाव संतान का भाव होता है इसलिए थोड़ा संभल कर रहें। अगर ग्रहण वाले दिन ही डिलीवरी होती है तो खास तौर पर आपको इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। सूर्य की दृष्टि भी आय स्थान के ऊपर जा रही है। हो सकता है आय में दिक्कत देखने को मिले। धार्मिक यात्रा में थोड़ी सावधानी बरतें।

मकर राशि: मकर राशि के जातकों के लिए ग्रहण लगेगा चौथे भाव में। यदि आप कोई प्रॉपर्टी, वाहन खरीदना चाहते हो तो उस मामले को थोड़ा टाल दें। मां की सेहत को लेकर परेशान रहेंगे। सूर्य आपकी कुंडली में अष्टम भाव के स्वामी बनते हैं। सिंह राशि अष्टम भाव में आएगी। ड्राइविंग थोड़ी संभल कर करें।

कुम्भ राशि- कुम्भ राशि के जातकों के लिए सूर्य सप्तम भाव के स्वामी हैं और ग्रहण लग रहा है तीसरे भाव में। तीसरे भाव से छोटा भाई देखा जाता है। मेहनत के मुताबिक फल नहीं देखने को मिलेंगे।

मीन राशि- मीन राशि के लिए सूर्य ग्रहण दूसरे भाव में लगेगा। दूसरा भाव धन भाव होता है, खान-पान यहां से देखा जाता है और कुटुंब भी यहीं से देखा जाता है। धन में हानि देखने को मिल सकती है। सेहत का ध्यान जरूर रखें। बेवजह की लड़ाई-झगड़ों से दूर रहें। अष्टम भाव में राहु का गोचर हो रहा है। केतु का गोचर अष्टम भाव में अच्छा नहीं है।

नरेश कुमार
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Niyati Bhandari

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