सूर्य का राशि परिवर्तन : इन राशियों की दोगुनी हो जाएगी सैलरी

Sunday, Apr 14, 2019 - 12:50 PM (IST)

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वैदिक ज्योतिष में सूर्य को आत्मा, पिता, मान-सम्मान व उच्च सरकारी सेवा का कारक माना जाता है। सिंह राशि के स्वामि सूर्य नवग्रहों के राजा माने जाते है। सूर्य मेष राशि में उच्च और तुला राशि में नीच माने जाते हैं। सूर्य हर महीने अपना राशि परिवर्तन करते हैं व एक राशि में लगभग 30 दिन तक रहते हैं। सूर्य के एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करने को संक्रांति कहते हैं। सूर्य रविवार 14.04.19 को दिन 02:25 पर मीन से मेष राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में बुधवार ता॰ 15.05.19 तक स्थित रहेंगे। सूर्य के मेष राशि में प्रवेश को ही मेष संक्रांति कहते है। सूर्य के गोचर का प्रभाव बहुत महत्वपूर्ण है। ज्योतिष अनुसार सूर्य ग्रह के शुभ प्रभाव से व्यक्ति को सफलता मिलती है तथा रोगों से छुटकारा मिलता है। 

मेष संक्रांति को महाविश्व संक्रांति भी कहते हैं। इस दिन सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करने के साथ ही मलमास समाप्त हो जाता है। यह दिन हिंदू सौर कैलेंडर में नए साल की शुरुआत माना जाता है। मेष संक्रांति को असम में बिहू व पंजाब में वैसाखी के रूप में मानते है। मेष संक्रांति का पुण्यकाल मुहूर्त रविवार 14.04.19 सुबह 10:12 से शाम 06:39 तक रहेगा। जिसकी अवधि 08 घं॰ 27 मि॰ रहेगी। मेष संक्रांति क्षण दोपहर 02:25 बजे होगा। अतः सूर्य रविवार 14.04.19 को दिन 02:25 पर मीन से मेष राशि में प्रवेश करेंगे। मेष संक्रांति महा पुण्यकाल मुहूर्त दिन 12:18 से शाम 04:32 तक रहेगा। जिसकी अवधि 04 घं॰ 14 मि॰ रहेगी। सूर्य के मेष राशि में गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। आएं जानते हैं आपकी राशि का हाल।

मेष: सूर्य का पहले भाव में गोचर आपके स्वभाव में परिवर्तन लाएगा। शीघ्र गुस्सा आएगा जो किसी झगड़े का कारण बन सकता है। सरकारी काम में लाभ मिलेगा। व्यवसाय में वृद्धि होगी सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। 
उपाय: गरीबों मरीज़ों की जल सेवा करें।

वृष: सूर्य का बाहरवें भाव में गोचर आपकी विदेश जाने की इच्छा को पूरा करेगा। सेहत परेशानी पैदा कर सकती है, डॉक्टर से सलाह लें। आप अपने विरोधियों पर हावी रहेंगे। प्रॉपर्टी की ख़रीददारी के योग हैं। ख़र्चों में ज़बरदस्त वृद्धि होने के योग है। 
उपाय: शिवलिंग पर सफ़ेद आंकड़े का पत्ता चढ़ाएं।

मिथुन: सूर्य का एकादश भाव में गोचर आर्थिक लाभ देगा। आय के स्रोतों में बढ़ोतरी के योग हैं। समाज में सम्मान प्राप्त होगा। कार्यक्षेत्र में कुशल रणनीति से लाभान्वित होंगे। बड़े भाई-बहनों का सहयोग प्राप्त होगा। प्रेम जीवन में उतार-चढ़ाव रहेगा। 
उपाय: कर्पूर जलाकर सूर्य देव की आरती उतारें।

कर्क: सूर्य का दसवें भाव में गोचर अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र में बेहतर परिणामों मिलेंगे। सीनियर्स प्रभावित होंगे। ऑफिस में रुतबा बढ़ेगा। सरकारी काम सफल होंगे। पिता की सेहत टेंशन देगी। शत्रु पक्ष कमजोर होगा। आप मे अहम की भावना आएगी। 
उपाय: हनुमान मंदिर में जलेबी चढ़ाएं।

सिंह: सूर्य के नवें भाव में गोचर से समाजिक सम्मान बढ़ेगा। परिस्थितियां अनुकूल रहेंगी। भाग्य का साथ मिलेगा। हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी। लंबी यात्रा के योग है, जो फ़ायदेमंद रहेगी। गुस्से पर काबू रखें, भाई-बहन के साथ कहासुनी के योग है। 
उपाय: ॐ सूर्याय नमः का जाप करें।

कन्या: सूर्य के आठवें भाव में गोचर से शारीरिक समस्याएं देगा। बुखार व सिर दर्द रह सकता हैं। ख़र्चों में वृद्धि होगी। अनचाही यात्रा पर भी जाने के योग हैं। ड्राइविंगे करते समय पूरी सावधानी बरतें। ससुराल पक्ष से आर्थिक लाभ मिलने के योग हैं।
उपाय: शिवलिंग पर लाल फूल चढ़ाएं । 

तुला: सूर्य के सातवें भाव में गोचर से दांपत्य में समस्या रहेगी। जीवनसाथी से बहसबाज़ी के योग हैं। लाइफ पार्टनर की हेल्प से प्रॉफ़िट होगा। जॉब में तरक्की मिलने के योग है। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगा। बिज़नेस पार्टनर से संबंध कटु हो सकते हैं। 
उपाय: लाल गाय को गुड खिलाएं।

वृश्चिक: सूर्य के छठे भाव में गोचर से साहस में वृद्धि होगी। शत्रु पराजित होंगे। कार्यक्षेत्र में शुभता रहेगी। जॉब में तरक्की मिलेगी। नौकरी पान में सफलता मिलेगी। ऑफ़िस में सीनियर्स मार्गदर्शन करेंगे। ख़र्चों में वृद्धि होगी। कानूनी विवाद के योग हैं। 
उपाय: सूर्य को तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं।

धनु: सूर्य के पांचवें भाव में गोचर से आर्थिक लाभ होगा। आय के साधन बढ़ेंगे। संतान से ख़ुशियां मिलेंगी। लव लाइफ में तक्रार बढ़ने के योग हैं। प्रेमी के इमोशन का ध्यान करें। नौकरी में परिवर्तन का विचार बनेगा। स्टूडेंट्स की मेहनत रंग लाएगी।
उपाय: भगवान शिव की आराधना करें।

मकर: सूर्य के चौथे भाव में गोचर से माता की सेहत में गिरावट आएगी। संपत्ति में वृद्धि होने के योग है। वाहन या प्रॉपर्टी ख़रीद सकते हैं। समाजिक लोकप्रियता में वृद्धि के योग हैं। पारिवारिक माहौल बिगड़ सकता है। प्रॉफ़ेशनल प्रदर्शन अच्छा रहेगा।
उपाय: सूर्य देव के निमित सरसों के तेल का दीपक करें।

कुंभ: सूर्य के तीसरे भाव में गोचर से ऊर्जा में वृद्धि होगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। दांपत्य में आनंद रहेगा। जीवनसाथी की हेल्प से आर्थिक लाभ होगा। छोटी यात्रा पर जा सकते हैं। पिता की सेहत टेंशन देगी। छोटे भाई-बहन से कहासुनी हो सकती है। 
उपाय: सूर्य देव के निमित तिल के तेल का दीपक करें।

मीन: सूर्य का दूसरे भाव में गोचर आपकी भाषा में कटुता लाएगा। सनमाजिक रिश्तों बिगड़ सकते हैं। घरेलू झगड़ा हो सकता है। ससुराल पक्ष से रिश्ते ठीक रहेंगे। सेहत परेशानियां पैदा करेगी। मानसिक तनाव रहेगा। सरकारी लाभ मिलने के योग हैं।
उपाय: गाय को रोटी पर गुड रखकर खिलाएं।

Jyoti

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