ऐसे लोगों में होती है दुनिया जीतने की ताकत

Tuesday, Sep 03, 2019 - 12:56 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
उन दिनों अमरीका में दास प्रथा जोरों पर थी। मैरीलैंड में एक प्लांटेशन मालिक एक छोटे से बच्चे को खरीदकर अपने घर ले आया। उसने पत्नी से कहा कि अब से यह घर के सारे काम करेगा। यह हमारा दास है। मालिक की पत्नी ने बालक को प्रारंभ में सारे काम समझाए और फिर वह पूरे घर को संभालने लगा। मालिक की एक बेटी थी। मालकिन अपनी बेटी को प्रतिदिन पढ़ाती थी और उसे अक्सर प्रेरक कहानियां सुनाती थी। वह बालक छिपकर यह सब देखता रहता था।
 

एक दिन मालकिन अपनी बेटी को एक महापुरुष की कहानी सुना रही थी। कहानी सुनाते हुए उसने अपनी बेटी को बताया कि इस दुनिया में कोई भी काम असंभव नहीं है। यदि व्यक्ति शिक्षित है तो वह अकेला ही गलत के खिलाफ खड़ा होकर उसे सही करने की ताकत रखता है। यह बात बालक के मन में घर कर गई। अब वह छिप-छिप कर पुस्तकों को देखने और पढऩे लगा। बालक यह काम अपने मालिक से छिपा कर करता था। उन दिनों अमरीका में दासों के पढऩे पर सजा का प्रावधान था। बालक इस बात को जानता था। वह छिप-छिप कर दीवारों पर चॉक से वर्णमाला का अभ्यास करने लगा। सत्रह साल की उम्र में उसे 'द कोलंबियन ओरेटर' की एक प्रति मिली, जिसमें प्रसिद्ध वक्ताओं के स्वतंत्रता संबंधी भाषण थे। बालक इन भाषणों को बार-बार लिखने का अभ्यास करने लगा। एक दिन ऐसा आया जब उसने अच्छी तरह पढ़ना-लिखना सीख लिया।

वह बालक फ्रेडरिक डगलस था जिसने दास प्रथा के उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उसने हर व्यक्ति को शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया। फ्रेडरिक ने प्रतिकूल परिस्थितियों में संघर्ष करके स्वयं को इस काबिल बनाया कि वह दुनिया को दिशा दिखा सके। आज भी लोग फ्रेडरिक डगलस को सम्मान एवं आदर के साथ याद करते हैं।

Jyoti

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